IPL में 3 करोड़-थार जीतने के चक्कर में अकाउंट खाली

 
IPL में 3 करोड़-थार जीतने के चक्कर में अकाउंट खाली

हरियाणा के रेवाड़ी में IPL मैच में 3 करोड़ और थार जीतने के चक्कर में अकाउंटेंट का बैंक खाता ही खाली हो गया। अकाउंटेंट को वॉट्सऐप ग्रुप में जोड़कर ठगों ने झांसा दिया कि वह उनके कहे मुताबिक टीम बनाए तो ऑनलाइन फैंटेसी गेमिंग ऐप में जीत जाएगा।

बहाने से ठगों ने उसकी गेमिंग ऐप की आईडी और पासवर्ड तक ले लिए। इसके बाद क्यूआर कोड भेजकर उससे रुपए मंगवाते रहे। जब कई मैच में उसकी टीम नहीं जीती तो उसे शक हुआ। जिसके बाद उसने मैच एक्सपर्ट बने ठगों से बात की और रुपए लौटाने को कहा तो उन्होंने इनकार कर दिया।

जिसके बाद उसने पुलिस को शिकायत दी कि उससे 1.68 लाख रुपए ठग लिए। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। 

रेवाड़ी शहर में अकाउंटेंट फर्म चलाने वाले मुंढलिया गांव के युवक ने बताया कि वह टेलीग्राम ऐप चलाता है। टेलीग्राम पर ही एक ग्रुप में शामिल युवक ने उसे एक वॉट्सऐप ग्रुप से जोड़ दिया। यह ग्रुप IPL में ड्रीम टीम कॉन्टेस्ट खेलने और उन्हें गाइड करने वालों का था। वह भी कुछ दिन से इस ग्रुप की एक्टीविटी नोट कर रहा था। रोजाना ही ग्रुप से जुड़े लोग मैसेज डालते कि आज उन्होंने 50 हजार रुपए जीत लिए। कोई कहता कि 10 लाख जीत लिए तो कोई मैसेज डालता 20 लाख जीत लिए। ग्रुप के लोग उन्हें बधाई देते।

 अकाउंटेंट ने आगे बताया कि लोगों के बधाई संदेश देखकर उसने भी ड्रीम टीम के लिए माई इलेवन ऐप पर अपनी आईडी जनरेट कर ली। इसकी जानकारी उसने ग्रुप के लोगों को दी तो एक सदस्य ने उसे भी IPL मैच में रैंक दिलवाकर लाखों रुपए जितवाने की बात कही। इसके बाद उस ग्रुप सदस्य से पर्सनल चैट शुरू हो गई। उसने रुपए जीतने के लिए टीम चुनने का तरीका बताया।

अकाउंटेंट ने बताया कि ग्रुप का सदस्य उसे जो तरीके बता रहा था, वह उसे समझ नहीं आ रहे थे। 2-3 दिन तक जब यह सिलसिला चलता रहा तो युवक ने उससे कहा कि आप अपनी ड्रीम टीम वाले अकाउंट की आईडी और पासवर्ड मुझे दे दो। मैं ही आपके लिए 3-4 टीमें बना देता हूं, आप बस पेमेंट करते रहना। अकाउंटेंट के मुताबिक, युवक के कहने पर उसने माई 11 सर्किल ऐप की आईडी और पासवर्ड युवक को दे दिए।

 अकाउंटेंट के मुताबिक, आईडी और पासवर्ड लेने के बाद युवक ने उसे 27 अप्रैल को कॉल किया कि आज IPL में मुंबई व लखनऊ और दिल्ली कैपिटल व आरसीबी के बीच मैच है। इसमें आपकी टीमें बना देता हूं। स्वीकृति देने के बाद युवक का शाम को फोन आया कि आपके नाम से 4 टीमें बना दी है, आप पेमेंट कर दो। इस पर युवक ने 4 बार में 1 लाख 68 हजार रुपए क्यूआर कोड भेजकर ट्रांसफर करवा लिए। इसके बाद उससे कहा गया कि मैच के बाद पार्टी के लिए तैयार रहना।

अकाउंटेंट के मुताबिक रुपए भेजने के बाद वह खुश था कि आज तो मोटी रकम हाथ आएगी। रात को दोनों मैच खत्म हो गए, लेकिन उसके पास युवक की न तो कॉल आई और ना ही मैसेज। उसने अपनी माई 11 सर्किल ऐप आईडी चेक की तो उसमें भी उसे कोई रैंक नहीं मिली। इसके बाद उसने वह वॉट्सऐप ग्रुप चेक किया, जिसमें वह जुड़ा था। पता चला कि इस ग्रुप को भी डिलीट कर दिया गया था। उसने युवक के नंबर पर कॉल किया तो उसने रुपए देने से इनकार कर दिया। इसके बाद उसे ठगी का एहसास हुआ।

रेवाड़ी साइबर थाना पुलिस के जांच अधिकारी ASI चरण सिंह ने बताया कि पीड़ित की शिकायत पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जिन खातों में ट्रांजैक्शन हुई है, उनके जरिए आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। अभी मामले की जांच चल रही है। आमजन को भी ऐसे साइबर ठगों के झांसे में नहीं आना चाहिए, ऐसे मामलों में सावधानी बरतने से ही बचा जा सकता है।