टीआईटीएस भिवानी में वार्षिक दिवस समारोह का सफल आयोजन

 
टीआईटीएस भिवानी में वार्षिक दिवस समारोह का सफल आयोजन
भिवानी:
टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्सटाइल एंड साइंसेज भिवानी में वार्षिक दिवस समारोह अत्यंत भव्यता और गरिमा के साथ संपन्न हुआ। यह आयोजन संस्थान की शिक्षण, अनुसंधान और नवाचार की परंपरा का उत्सव था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में विद्यार्थी, शिक्षक, अभिभावक और पूर्व छात्र उपस्थित रहे।
मुख्य अतिथि का प्रेरणास्पद संदेश
हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने समारोह की शोभा बढ़ाई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि टीआईटीएस भिवानी जैसी संस्थाएँ भारत के भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। स्वदेशी तकनीकों और नवाचारों की यह प्रदर्शनी आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम है। मैं संस्थान के छात्रों और शिक्षकों को उनकी रचनात्मकता और समर्पण के लिए बधाई देता हूँ।
अपने सम्बोधन में वर्तमान सामजिक परिदृश्य और युवाओं के भविष्य को लेकर भी महामहिम राज्यपाल ने अपने विचार व्यक्त किए, युवाओं में उत्साह और ऊर्जा की कमी नहीं है और आवश्यकता है कि वे इन्हें सही दिशा में लगाएं। सरकार की ओर से एंटी ड्रग अवैयरनेस की मुहीम चलाई जा रही है, युवा वर्ग इसे गंभीरता से ले और नशे से दूर रहे जिससे सामजिक समस्याएं उत्पन्न ना हों।
विशिष्ट अतिथि प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे का वक्तव्य
नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रेडिटेशन के चेयरमैन प्रो. अनिल डी. सहस्रबुद्धे ने कहा कि तकनीकी शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञान देना नहीं, बल्कि समाज को बेहतर बनाने वाले नवाचार उत्पन्न करना भी है। टीआईटीएस भिवानी इस दिशा में अनुकरणीय कार्य कर रहा है। छात्रों में उद्योग-उन्मुख सोच और सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना देखना अत्यंत उत्साहजनक है।
विशिष्ट अतिथि प्रो. राजबीर सिंह का संदेश
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि शिक्षा तब सार्थक होती है जब वह चरित्र निर्माण, कौशल विकास और सामाजिक उत्थान के लिए प्रेरित करे। ञ्जढ्ढञ्ज&स् के छात्र जिस ऊर्जा और नवाचार के साथ आगे बढ़ रहे हैं, वह नि:संदेह राष्ट्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
विशिष्ट अतिथि अनिल जैन की प्रेरणादायक बात
प्रसिद्ध उद्योगपति और संस्थान के पूर्व छात्र अनिल जैन ने भावुक होते हुए कहा कि आज मैं गर्व से कह सकता हूँ कि टीआईटीएस ने मेरी नींव रखी थी। जो मूल्य, अनुशासन और शिक्षा मुझे यहाँ मिले, वही मेरी औद्योगिक यात्रा की आधारशिला बने। मैं छात्रों से कहना चाहूँगा - बड़े सपने देखो, कड़ी मेहनत करो, और कभी हार मत मानो।
प्रमुख गतिविधियाँ और आकर्षण:
एंटी ड्रग अवेयरनेस मैराथन द्वारा कार्यक्रम का आरंभ
स्वदेशी सामग्रियों की प्रदर्शनी का राज्यपाल द्वारा उद्घाटन
शैक्षणिक एवं तकनीकी उपलब्धियों के लिए छात्रों को पुरस्कार
पूर्व छात्रों के प्रेरणास्पद वक्तव्य
रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ - नृत्य, नाटक और संगीत
तकनीकी प्रतियोगिताएँ और नवाचार प्रदर्शनी
निदेशक का वक्तव्य
संस्थान के निदेशक प्रो. बी. के. बेहरा ने कहा कि टीआईटीएस केवल तकनीकी ज्ञान का केंद्र नहीं, बल्कि नवाचार, नेतृत्व और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक है। हमारा लक्ष्य एक ऐसा शैक्षणिक वातावरण निर्मित करना है जहाँ छात्र केवल सिद्धांतों को न सीखें, बल्कि उन्हें प्रयोग में लाकर समाज की वास्तविक समस्याओं का समाधान खोजें।
हम छात्रों को थिंकर्स और डूअर्स दोनों के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं - जो न केवल तकनीकी रूप से दक्ष हों, बल्कि मानवीय मूल्यों से भी परिपूर्ण हों। छात्रों की उपलब्धियाँ - चाहे वह शोध हो, नवाचार हो या सामाजिक परियोजनाएँ - हम सभी के लिए गर्व और प्रेरणा का विषय हैं।
इस दौरान अनेक प्रदर्शनियों का भी आयोजन किया गया । जिसमें प्रमुख रूप से टेक्सटाइल कंपोजिट्स, जिओ सिंथेटिक, फंक्शनल क्लॉथिंग, वेस्ट टू वेल्थ, स्पोट्र्स वियर, आईओटी स्मार्ट इरिगेशन सिस्टम, वल्र्ड ऑफ टेक्सटाइल फाइबर्स, रिमिक्सिंग चेरियल  सेंपलिंग, रिकंस्ट्रक्टिंग एप्लिक हेरिटेज, सैफ टेक, प्रमुख रूप से शामिल रही ।
यह समारोह न केवल उनकी मेहनत और लगन को सम्मानित करने का अवसर है, बल्कि उन्हें यह संदेश भी देता है कि वे भविष्य के नेतृत्वकर्ता हैं - ऐसे नेतृत्वकर्ता जो तकनीकी प्रगति के साथ-साथ सामाजिक समरसता का भी ध्यान रखते हैं।
समापन और सहभागिता
कार्यक्रम का समापन राष्ट्र गान एवं धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। उपस्थित गणमान्य अतिथियों, विद्यार्थियों, शिक्षकों, अभिभावकों और कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को सफल एवं स्मरणीय बनाया।
टीआईटीएस भिवानी का यह वार्षिक दिवस समारोह एक प्रेरणा स्रोत सिद्ध हुआ, जिसने छात्रों को नवाचार, नेतृत्व और सामाजिक योगदान के लिए प्रोत्साहित किया।