सीवरेज ब्लॉकेज और जलभराव से भिवानी बेहाल, वेटरन संगठन भिवानी का फूटा गुस्सा 

 
सीवरेज ब्लॉकेज और जलभराव से भिवानी बेहाल, वेटरन संगठन भिवानी का फूटा गुस्सा 

भिवानी :

भिवानी शहर की विभिन्न कॉलोनी में गहराई सीवरेज ब्लॉकेज व बरसाती पानी की निकासी की समस्या से परेशान नागरिकों को राहत देने की मांग को लेकर वेटरन संगठन भिवानी व कांग्रेस का गुस्सा शुक्रवार को फूटा तथा वेटरन संगठन भिवानी के प्रधान सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला के नेतृत्व में अन्य पूर्व सैनिकों व कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष प्रदर्शन करते हुए तथा जल्द से जल्द सीवरेज ब्लॉकेज की समस्या व बरसाती पानी की समस्या के समाधान किए जाने की गुहार लगाई।

पूर्व सैनिकों ने आरोप लगाया कि मानसून से ठीक एक माह पहले तत्कालीन उपायुक्त ने अधिकारियों के साथ कई बैठकें कर जवाबदेही तय की थी, लेकिन अब प्रशासनिक अधिकारी मौन बैठे हैं और जनता को इन समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
      इस मौके पर वेटरन संगठन भिवानी के प्रधान सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने कहा कि मानसून शुरू होने से एक माह पहले ही भिवानी जिला प्रशासन के अधिकारियों द्वारा तैयारियां शुरू कर दी गई थी, ताकि मानसून के मौसम में नागरिकों को सीवरेज ब्लॉकेज व बरसाती पानी की समस्या से ना जूझना पड़े, लेकिन प्रशासन की तैयारियां व दावे सब धरे के धरे रह गए है तथा मानसून शुरू होने से पहले ही आई बारिश ने प्रशासन के उन सभी दावों की पोल खोल दी। जबकि अभी मानसून का पूरा सीजन बाकी है, जिसमें शहर के क्या हालात होंगे, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।
     सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने कहा कि आमजन को मूलभूत सुविधाएं मुहैया करवाने के सरकार व प्रशासन के लाख दावों के बावजूद भी आज नागरिक सीवरेज, पेयजल आपूर्ति, सडक़ व बरसाती पानी की निकासी की सुविधा जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जिसके चलते नागरिक बार-बार धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन को चेताने का प्रयास भी करती है, लेकिन इसके बावजूद भी शहर में इन समस्याओं का अंबार लगा हुआ है। उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह व विधायक घनश्याम सर्राफ से सवाल किया कि पिछले 15 वर्षो के दौरान सीवरेज व पानी के लिए उन्होंने क्या कार्य किए। इन समस्याओं के समाधान के लिए लाखों-करोड़ों की ग्रांटें आती है, उनका हिसाब भी जनता को दिया जाना चाहिए। क्योंकि सीवरेज ब्लॉकेज व बरसाती पानी की समस्या का आज तक कोई स्थायी समाधान नहीं हो पाया तथा जरा सी बारिश होते ही शहर जलमग्न हो जाता है तथा सीवरेज ब्लॉक हो जाते है।
      वेटरन संगठन भिवानी के प्रधान सूबेदार मेजर बिरेंद्र सिंह ग्रेवाल बामला ने कहा कि शहर के कई इलाकों में सीवरेज जाम होने के कारण गंदा पानी सडक़ों पर फैल रहा है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। वहीं, थोड़ी सी बारिश में ही सडक़ें दरिया बन जाती हैं, क्योंकि बरसाती पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध नहीं है। इससे ना केवल पैदल चलने वालों और वाहन चालकों को परेशानी होती है, बल्कि घरों और दुकानों में भी पानी घुसने का डर बना रहता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की इस लापरवाही के कारण शहरवासियों का जीवन दूभर हो गया है। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले उपायुक्त ने मानसून से पहले इन समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए थे और उनकी जवाबदेही भी तय की थी, लेकिन लगता है कि उन निर्देशों का कोई पालन नहीं हुआ।
     वेटरन संगठन भिवानी ने उपायुक्त से जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान करने और जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर तुरंत ध्यान नहीं दिया गया, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
     इस अवसर पर पूर्व सैनिक कटार सिंह सांगवान, अधिवक्ता मुकेश ढ़ाणीमाहु, अधिवक्ता अजय हालुवासिया, भिवानी सेवादल प्रधान विरेंद्र सिंह सिवाच, कैप्टन शमशेर सिंह, महेंद्र सिंह मिताथल, जेपी कौशिक, कैप्टन ब्रह्मानंद सहित अन्य नागरिक मौजूद रहे।