भिवानी : सुसाइड से पहले VIDEO बनाया:बहू को भेजकर फंदे पर लटका

 
भिवानी : सुसाइड से पहले VIDEO बनाया:बहू को भेजकर फंदे पर लटका

भिवानी।

भिवानी में व्यक्ति ने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सुसाइड से पहले उसने एक वीडियो बनाई, जिसमें 5 लोगों पर रुपए के लिए परेशान करने के आरोप लगाए। उसने ये वीडियो बहू को भेजी। वीडियो में व्यक्ति ने कहा कि उसने 18 हजार रुपए लिए थे। सारे पैसे दे दिए थे, इसके बाद भी केस कर दिया।

पुलिस ने परिजनों के बयान पर 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। शव के पोस्टमॉर्टम के लिए कार्रवाई की जा रही है। 

लोहारू में वार्ड नंबर 4 निवासी सुमित ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वे 2 भाई हैं। वह मजदूरी करता है। रविवार को चाचा कपूर सिंह उनके घर पर खाना खाने के लिए आया था। जबकि वह मजदूरी पर गया था। चाचा कपूर उसके पास आया और कहा कि सुमित घर में आकर देख क्या हो रखा है। इसके बाद वह घर में आया तो देखा कि उसके पिता संजय फंदे पर लटके हुए थे। उसने शोर मचाया तो उसके दूसरे चाचा बुधराम भी वहां पर आ गए।

बेटे ने उठाया, चाचा ने काटी रस्सी सुमित ने बताया कि उन्होंने हाथ से अपने पिता को ऊपर उठाया और उसके चाचा ने रस्सी को काटकर नीचे उतारा। शव को घर में लाकर चारपाई पर लेटा दिया। वहीं भाभी का फोन देखा तो उसमें उसके पिता संजय ने वीडियो भेज रखी थी। पिता संजय ने ये वीडियो आत्महत्या करने से पहले बनाई थी। इस वीडियो में उसने 5 लोगों के दबाव में सुसाइड करने की बात कही है।

पैसों के लेन देन में कर रहे थे तंग सुमित ने बताया कि ये पांचों व्यक्ति उसके पिता को पैसों के लेन-देन को लेकर तंग करते थे। इनसे तंग होकर उसके पिता ने सुसाइड कर लिया। आरोपियों पर सख्त कार्रवाई की जाए।

मामले की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू कर दी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा है। पुलिस अब आरोपियों की तलाश में जुटी है।

व्यक्ति ने वीडियो में क्या कहा....

18 हजार रुपए लिए थे मैं संजय कुमार, सुबह-सुबह का टाइम हैं। खाली चाय पी है। झूठ बोलना हराम हैं। मैंने लिए थे 18 हजार रुपए। मनोज दिलाकर लाया था धर्मपाल से। 2 चेक लगाए थे 9-9 हजार के। चेक खाली दिए थे मेरे साइन करवाकर। उसके बाद मैंने पैसे दे दिए। 20 हजार रुपए मनोज कुरा को 200 रुपए हर रोज के किस्तों के रूप में दे दिए। 4 हजार रुपए भीम को दे दिए। उनका फोन आया था कि हमने मनोज को हटा दिया है और भीम को लगा दिया है। यह दो किस्त (10 दिन के 2 हजार व 10 दिन के 2 हजार रुपए) उसको देने हैं। इस पर कहा कि ठीक है और वह रुपए भी दे दिए।

चेक बाउंस हो गए थे खत्म होने के बाद वे मेरे घर से आकर डायरी ले गए कि चेक करेंगे। ना तो चेक आया और ना ही डायरी आई। एक महीने बाद मेरे पास वारंट आ गया धर्मपाल के नाम से। मैंने महेंद्र के पास जाकर तसल्ली की, तो पता चला कि चेक बाउंस के हैं। मैंने कहा कि पैसे तो भर दिए, लेकिन उसने कहा कि भर दिए नहीं, यह तो उसने लगा रखे हैं। मैं मनोज के पास आया। मैंने कहा मनोज तुम चल मेरे साथ और भीम तुम भी चल मेरे साथ कि चेक बाउंस का केस लगा दिया।

एक आध थप्पड़ मारकर छोड़ देंगे उन्होंने कहा कि हम तेरे साथ तो चल पड़ेंगे, हमें कोई दिक्कत नहीं है। इसके दो जमाई हैं, एक का नाम रवि पीपली, एक का नाम संदीप काकड़ौली है। वे दोनों एक आध थप्पड़ मारकर छोड़ देंगे। मैंने कहा कि संदीप पुलिस में हैं। वह ऐसे फसाएगा कि हम निकल नहीं पाएंगे। उन्होंने कहा कि तेरे हिसाब से तु हैंडल कर।

2 साल से बीमार, टीबी का मरीज काम मैंने नहीं किया। 2 साल से बीमार पड़ा हूं। टीबी का मरीज हूं। अभी भी शुगर 400 पार है। मैं हार कर थक गया हूं। 5-5 हजार रुपए देना, सुबह जाना और दिनभर बैठाए रखना। मनोज है वह आराम से बता देगा सारी। उसे सब कुछ पता है

मेडिकल बोर्ड से पोस्टमॉर्टम थाना लोहारू के जांच अधिकारी वीरेंद्र ढुल ने बताया कि मृतक के फोन की कॉल डिटेल निकाली जाएगी और आगामी कार्यवाही की जाएगी। मेडिकल बोर्ड टीम के द्वारा शव का पोस्टमॉर्टम करवा कर परिवार को सौंप दिया गया है।