भिवानी की बेटी निहारिका का न्याय की कुर्सी तक पहुंचने का सपना हुआ पूरा

भिवानी :
खेल नगरी के नाम से विख्यात भिवानी के बेटे-बेटियों ने खेलों के क्षेत्र में देश-विदेश में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। वही अब भिवानी के बेटे-बेटियां खेल के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी अपना परचम लहरा रहे है तथा जिला व प्रदेश का नाम देश भर में चमकाने का काम कर रहे है। स्थानीय बाबा नगर निवासी मनोज दीवान व सरिता दीवान की 28 वर्षीय पुत्री निहारिका दीवान अपने पहले ही प्रयास में दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस की परीक्षा पास कर जज बनी है, जिसके बाद ना केवल उनके परिजनों, बल्कि समस्त जिलावासियों में खुशी का माहौल है।
न्याय की कुर्सी तक पहुंचने का सपना देखने वाली बेटी निहारिका जब अपनी मेहनत और लगन से जज बनने के बाद पहली बार अपने घर पहुंची तो उसका भव्य स्वागत किया गया।
बता दे कि निहारिका दीवान ने स्थानीय हांसी गेट स्थित केएम स्कूल 12वीं कक्षा उत्तीर्ण की थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से स्नातक पास की तथा दिल्ली विश्वविद्यालय से लॉ की डिग्री हासिल की तथा अपने पहले ही प्रयास में निहारिका ने दिल्ली ज्यूडिशियल सर्विस की परीक्षा पास कर जज बनने का गौरव हासिल किया।
जज बनकर लौटी बेटी का स्वागत करते हुए निहारिका के पिता मनोज दीवान व माता सरिता दीवान ने कहा कि उनकी बेटी बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रही हैं तथा उन्होंने भी बेटी को आगे बढऩे के लिए हमेशा प्रेरित किया। जिसके चलते आज निहारिका ने सफलता हासिल की तथा उसकी सफलता ने ना केवल उन्हे, बल्कि समस्त भिवानीवासियों को गौरवांवित किया है। उन्होंने सभी अभिभावकों से अपील की कि वे अपनी बेटी की रूचि अनुसार आगे बढऩे के लिए प्रेरित करें, ताकि वे अपनी सफलता की उड़ान भर सकें।
इस मौके पर निहारिका ने कहा कि उनकी सफलता उनके माता-पिता, गुरुजनों की देन है। जिनके उत्साहवर्धन व विश्वास की बदौलत वे आज इस मुकाम को हासिल कर पाई है। उन्होंने कहा कि वे हमेशा न्याय के मूल्यों को बनाए रखेंगी तथा अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाएंगी।
इस मौके पर राजेश बासिया, आशु सिंगला, सुभाष चांंगिया, सुरेंद्र सैनी एडवोकेट, दिवाकर जैन, अमित बंसल, नीरज मित्तल, कृष्ण चांंगिया, अधिवक्ता पुलकित दीवान, अधिवक्ता तेजस दीवान सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।