जींद में सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या

 
जींद में सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या

जींद में कार सवार बदमाशों ने सगे भाइयों की गोली मार कर हत्या कर दी। घटना मंगलवार-बुधवार रात करीब 2 बजे के की है। मृतकों के शव को जींद के सिविल अस्पताल में रखवाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। मृतकों के परिजन विजय ने कहा कि पुलिस जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती, वह अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

पुलिस के मुताबिक निर्जन गांव के रहने वाले सतीश (44) और दिलबाग (50) का गांव के ही कुछ लोगों के साथ झगड़ा चल रहा था। इसी मामले में मंगलवार रात को 11 बजे के करीब सतीश व दिलबाग के साथ फिर से दूसरे पक्ष के आरोपियों ने झगड़ा किया।

इसके बाद रात 2 बजे गाड़ी में सवार होकर कुछ लोग आए। उन्होंने आते ही सतीश और दिलबाग पर गोलियां बरसानी शुरू कर दी। इसमें सतीश और दिलबाग दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। गोलियों की आवाज सुनकर सतीश का बेटा मोहित बाहर आया तो दोनों जमीन पर पड़े मिले। मोहित दोनों को जींद के सिविल अस्पताल लेकर पहुंचा।

यहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही सिविल थाना पुलिस मौके पर पहुंची और हालातों का जायजा लिया। इसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची। थोड़ी देर में मृतकों के शव का पोस्टमॉर्टम होगा। सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।

  • शाम को मारपीट की, जमीनी विवाद चल रहा था: इस बारे में मोहित ने बताया- कल मंगलवार को मेरे पिता और चाचा के साथ मारपीट की गई। इसकी हमने MLR भी कटाई थी। फिर हम सब वापस लौट गए और पुलिस को कार्रवाई के लिए शिकायत दे दी। मोहित ने कहा कि फायरिंग करने वाले सुरेश और उसके लड़के मोहित से हमारा कोई पुराना जमीनी विवाद चल रहा था। इस बारे में कोर्ट में केस भी चल रहा है।
  • हथियार दिखाकर हमें धमकी देते थे: कई बार हमने प्रशासन को शिकायत भी की थी। जिसके बाद प्रशासन ने दीवार भी निकलवाई थी। इसके बावजूद जबरन वह दीवार 3 बार गिराई गई। इसके बाद भी हमें बार-बार धमकियां दी जा रहीं थीं। हमने पहले भी शिकायत दर्ज कराई थी कि हमें जान से मारने की धमकी दी जा रही है। आरोपी अपने हथियार दिखाकर हमें परेशान कर रहे थे।
  • पहले मुझ पर हमला हुआ, मैं भाग गया: हत्या करने वालों में सुरेश, उसका बेटा मोहित और 5-6 आदमी और थे। पहले फायरिंग मेरे ऊपर की गई। मेरी स्कॉर्पियो को बदमाशों ने गोलियां मारकर छलनी कर दिया। मैं वहां से गाड़ी लेकर निकल गया।
  • आरोपी गोडाउन में गए, वहां पिता-चाचा को गोलियां मारीं: इसके बाद वह सत्यम गैस के हमारे गोडाउन में गए। वहां मेरे चाचा और पापा बैठे थे। वहां मेरे चाचा का लड़का भी था। पहले उन्होंने गाड़ी ऊपर चढ़ाने की कोशिश की। इसके बाद चाचा का लड़का छुप गया। फिर बदमाशों ने मेरे पापा और चाचा को गोलियां मार दीं। इसके बाद वह फरार हो गए।