चरखी दादरी बना हरियाणा का पहला नशा मुक्त जिला, DGP ने की घोषणा 

 
चरखी दादरी बना हरियाणा का पहला नशा मुक्त जिला, DGP ने की घोषणा 

हरियाणा पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने चरखी दादरी को हरियाणा का पहला नशा मुक्त जिला घोषित कर दिया है। उन्होंने लघु सचिवालय परिसर भवन में पुलिस अधिकारियों के साथ क्राइम मीटिंग का आयोजन किया। वहीं जनता कॉलेज के ऑडिटोरियम में नशा मुक्त चरखी दादरी कार्यक्रम में शिरकत कर दादरी को नशा मुक्त जिला घोषित किया।

वहीं इस दौरान नशा मुक्ति अभियान में सराहनीय कार्य करने वाले पंचायत प्रतिनिधियों को सम्मानित किया गया। बता दे कि डीजीपी शत्रुजीत कपूर के साथ एडीजीपी केके राव हिसार रेंज, आईजी रोहतक रेंज वाई पूर्ण कुमार, पुलिस अधीक्षक महेंद्रगढ़ पूजा वशिष्ठ भी चरखी दादरी पहुंचे। साथ ही जिला भिवानी से डीएसपी और सभी एसएचओ भी पहुंचे।

पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने डीजीपी हरियाणा शत्रुजीत कपूर का जिला चरखी दादरी में पहुंचने पर अभिनंदन किया। डीजीपी ने जनता कॉलेज ऑडिटोरियम में जिला चरखी दादरी को नशा मुक्त होने पर पुर्ण रूप से नशा मुक्त घोषित किया। उन्होंने नशा उन्मूलन के संबंध में जिला पुलिस के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश को नशा मुक्त करना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। चरखी दादरी पुलिस ने जिले को नशा मुक्त करके सराहनीय कार्य किया है। 

पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने जिला चरखी दादरी को नशा मुक्त करने में अहम भूमिका निभाने वाले सरपंच प्रतिनिधियों व पार्षदों को सम्मानित किया । सम्मानित होने वाले गांव खेड़ी बत्तर, खेड़ी बूरा, महराना, छपार, बिगोवा, भागवी, नौरंगाबास जाटान, चांगरोड, जावा, चंदेनी, कलियाणा, अचीना, बौंदकलां, कमोद, फौगाट, रणकोली, कादमा, कारी दास, डूडीवाला नंदकरण, हड़ौदा व कुब्जा नगर के सरपंच प्रतिनिधि व शहर के वार्ड न. 1, वार्ड न. 12, वार्ड न. 13 व 20 के पार्षद रहे । 

शत्रुजीत कपूर ने कहा की हमें बहुत बड़ी सफलता मिली है। यह न केवल प्रदेश में बल्कि देश में एक बहुत बड़ा उदाहरण है, जिसमें प्रदेश से नशे को खत्म करने के लिए दृढ़ और बहुआयामी प्रयास किया गया है। हमारा प्रयास लोगों तक पहुंचना और उनको साथ लेकर चलना है ताकि नशा करने वालों को मुख्यधारा में लाया जा सके।

उन्होंने कहा कि जब तक हरियाणा प्रदेश नशा मुक्त नहीं हो जाता तब तक नशे के विरुद्ध अभियान जारी रहेगा। उन्होंने जिला पुलिस को निर्देश दिए कि नशा करने वाले आदतन लोगों के परिवार से संपर्क करके उन्हें आवश्यक उपचार उपलब्ध करवायें।

साथ ही लोगों को नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दें और नशा तस्करी करने वाले पर कड़ी कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि नशीली और प्रतिबंधित दवाएं बेचने वाले मेडिकल स्टोर, फार्मासिस्टों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।

डीजीपी ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सभी पुलिस अधिकारियों के साथ जिला स्तरीय अपराध और कानून-व्यवस्था समीक्षा गोष्ठी की अध्यक्षता की। उन्होंने पुलिस अधीक्षक, सभी डीएसपी, थाना प्रबंधकों व सभी पुलिस चौकी प्रभारियों के वार्षिक कार्य का अवलोकन किया और परफॉर्मेंस रिपोर्ट भी ली।

साथ ही, जिले में घटित वार्षिक अपराध के आंकड़ों का विश्लेषण किया गया और कानून व्यवस्था को और अधिक मजबूत बनाने पर चर्चा हुई। उन्होंने प्रदेश में बढते गैंगस्टर पर चर्चा की और जिले में लोकल गैंगस्टरों पर त्वरित कार्यवाही करने के आदेश दिये ।