आज संविधान की बात करने वाली कांग्रेस ने सरेआम उड़ाई थी संविधान की धज्जियां : मनीष ग्रोवर

भिवानी :
25 जून 1975 को तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा की थी। उस दौरान विपक्ष के नेताओं एवं नागरिकों को जेलों में भर दिया गया था।
इसी के विरोध में हर वर्ष 25 जून को देश भर में भारतीय जनता पार्टी द्वारा काला दिवस मनाया जाता है। इसी कड़ी में बुधवार को स्थानीय पंचायत भवन में आपातकाल काला अध्याय कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम के उपरांत पंचायत भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अभियान एक पेड़ मां के नाम के तहत पौधा भी रोपित किया गया।
कार्यक्रम का आयोजन भाजपा जिला अध्यक्ष विरेंद्र कौशिक की अध्यक्षता में हुआ। जिसमें बतौर मुख्य वक्ता पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह व महेंद्रगढ़ पूर्व जिला अध्यक्ष दयाराम यादव पहुंचे। कार्यक्रम मेंं मंच का संचालन पंडित रवि महमिया व विशालजीत सिंह ने किया। कार्यक्रम में अतिथियों का स्वागत भिवानी प्रभारी रेनू डाबला ने पुष्प गुच्छ भेंट कर किया।
इसके उपरांत अतिथियों ने डा. श्याम प्रसाद मुखर्जी, भारत माता, पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्रों पर पुष्प अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित कर सेमिनार की शुरूआत की।
इस दौरान 13 मिनट की एक वीडियो भी दिखाई गई, जिसमें दिखाया गया कि कैसे तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा की तथा आपातकाल की घोषणा के साथ ही कैसे लोगों पर यातनाएं की गई। सेमिनार में मंच पर पूर्व जिलाध्यक्ष नंदराम धानिया, राष्ट्रीय परिषद सदस्य शंकर धुपड़, मीना परमार, संदीप श्योराण, ठाकुर विक्रम सिंह, बवानीखेड़ा चेयरमैन सुंदर अत्री, डीएम मनहोर, रविंद्र मंढोली भी मौजूद रहे।
इस मौके पर पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर ने कहा कि संविधान की बात करने वाली कांग्रेस ने 25 जून 1975 को सरेआम संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने देश पर आपातकाल थौंपकर लोगों को जेल में भरने का काम किया था तथा अनेक लोगों को प्रताडि़त किया गया।
इस आपातकाल के शिकार पूर्व मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा भी थे, जिनको बुरी तरह से प्रताडि़त करते हुए उनके शरीर पर सिगरेट बुझाई गई, जिसके निशान आज भी उनके शरीर पर है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान में कभी भी विश्वास नहीं रखा तथा अपनी सत्ता बचाने के लिए हर हद तक आमजन का शोषण किया। उन्होंने कहा कि इस काले दिवस मनाने का उद्देश्य यह है कि कांग्रेस के खिलाफ आमजन द्वारा लड़ी गई लड़ाई की गाथा को ब्यां करना है।
इस मौके पर भिवानी-महेंद्रगढ़ से सांसद चौ. धर्मबीर सिंह ने कहा कि 25 जून को भारत के इतिहास में लोकतंत्र की हत्या का दिन गिना जाता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने 25 जून की रात को केवल अपनी कुर्सी बचाने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी ने देश में आपातकाल की घोषणा कर दी थी तथा संविधान का गला गोट दिया था। आपातकालीन लगाने के बाद राजनीतिक नेताओं, पत्रकारों और अन्य को जेल में डाल दिया। उन्होंने कहा कि सिर्फ भाजपा जनता पार्टी की सरकार ही आम नागरिकों के हितों व अधिकारों की सही तरह से देखभाल करती है।
इस मौके पर महेंद्रगढ़ पूर्व जिला अध्यक्ष दयाराम यादव ने कहा कि कांग्रेस एओ ह्यूम द्वारा बनाई गई पार्टी है, जिसका भारत के संविधान व संस्कृति से कोई लेना-देना व जानकारी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस भारत के नागरिकों की रक्षा नहीं कर सकती। उन्होंने कहा कि भाजपा में नागरिकों को पूरा मान-सम्मान मिलता है, जबकि कांग्रेस में आम आदमी को सिर्फ दर्द ही मिलता है।
आपातकाल काला अध्याय कार्यक्रम के दौरान आपातकाल के दौरान जो लोग जेल में गए उनके परिवार वालों को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
जिसमें ठाकुर बीर सिंह के पुत्र ठाकुर विक्रम सिंह, चौ. जगन्नाथ के पुत्र अधिवक्ता जितेंद्र नाथ, चौ. जगवीर सिंह के पुत्र हरिकेश, देवव्रत वशिष्ठ, बलबीर सिंह की पत्नी रोशनी देवी, मनीराम शर्मा के पुत्र मधवीर प्रसाद, रणबीर सिंह की पत्नी शकुंतला देवी, सतपाल सिंह की पत्नी शारदा, सत्यनारायण मिश्रा के पौत्र राकेश मिश्रा, होशियार सिंह के पुत्र रमेश बुरा, रामजीलाल की पोती पिंकी नागर, किरशन शर्मा बजीणा के पौत्र को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाजपा के सभी पदाधिकारी व जिला पदाधिकारी सभी मंडल अध्यक्ष, भाजपा मोर्चा अध्यक्ष, सभी विभाग और प्रकोष्ठ के संयोजक व सह संयोजक, सभी शक्ति केंद्र प्रमुख व बुथ प्रमुख व सभी भाजपा के कार्यकर्ता उपस्थित रहे।