डीसी ने खरकड़ी माखवान में रात्रि दरबार लगाकर सुनी ग्रामीणों की समस्याएं
तोशाम।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के निर्देशानुसार जिला प्रशासन द्वारा उपमंडल के गांव खरकड़ी माखवान स्थित मुख्य चौपाल में रात्रि ठहराव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें डीसी साहिल गुप्ता ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ में दरबार लगाया और ग्रामीणों की समस्याएं सुनी।
उन्होंने ग्रामीणों द्वारा रखी गई पेयजल की समस्या पर जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को गांव में आपूर्ति किए जा रहे पानी की जांच करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को गांव में पेयजल आपूर्ति का शेड्यूल बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव में पानी स्टोरेज के लिए अतिरिक्त टैंक के निर्माण हेतु चंडीगढ़ मुख्यालय पर केस बनाकर भेजा गया है, जिसकी वे स्वयं पैरवी करेंगे ताकि टैंक का शीघ्र निर्माण हो सके। इस दौरान तोशाम के एसडीएम रवि मीणा भी मौजूद रहे।
रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों ने डीसी के समक्ष मेरी फसल मेरा ब्यौरा पर फसल को वास्तविक किसान की बजाय किसी अन्य व्यक्ति के नाम दर्ज करने, गांव में गंदे पानी की निकासी के नालों की सफाई करवाने, नालियों पर लोहे की जाली लगवाने, जमीन की पैमाइश करवाने, परिवार पहचान पत्र में त्रुटि ठीक करवाने, गली निर्माण करवाने, मकान निर्माण के लिए सहायता राशि दिलवाने, खेल मैदान की सफाई करवाने, खेलों का सामान दिलवाने और वहां पर बिजली व्यवस्था करवाने सहित विभिन्न प्रकार की समस्याएं रखी।
गांव खरकड़ी माखवान के ग्रामीणों ने मुख्य रूप से गांव में स्वच्छ पेयजल जलापूर्ति नहीं होने की समस्या रखी। गांव की महिलाओं ने बंदरों से निजात दिलाए जाने की मांग की।
रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान गांव झांवरी और लक्ष्मणपुरा के लिए बस क्यू शेल्टर बनवाने, गांव झांवरी में बारिश के पानी की निकासी करवाने, गांव सिढ़ान से मंडाण तक बन रहे रास्ते के बीच से बिजली के पोल हटाने, गांव ढाणी में बिजली सुविधा करवाने आदि समस्याएं भी रखी गई।
डीसी ने बिजली निगम, सिंचाई विभाग और पंचायत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों की समस्याओं का स्थाई समाधान करें।
एसडीएम करेंगे संडवा में एक व्यक्ति की फसल गलत ढंग से चढ़ाने के मामले की जांच
कार्यक्रम के दौरान गांव संडवा के एक व्यक्ति ने शिकायत करते हुए बताया कि उनके खेत में बाजरे की फसल है, जबकि राजस्व विभाग द्वारा पोर्टल पर बाजरे की जगह बाजरी चढ़ा दिया गया है, और अब ठीक करने से मना कर दिया है, जिससे उनको भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस पर डीसी ने एसडीएम को मामले की जांच करने का आदेश दिए और संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई करने को कहा।
इसी प्रकार से गांव सागवान से युद्धवीर डीसी को अपनी शिकायत रखते हुए बताया कि उनकी फसल का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर मेवात से किसी व्यक्ति ने पंजीकरण करवा लिया है, जिस पर डीसी ने पुलिस को मामले की जांच करने और ठोस कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
डीसी, एसडीएम और डीएसपी ने झाड़ू लगाकर दिया स्वच्छता का संदेश
कार्यक्रम के दौरान डीसी साहिल गुप्ता, एसडीएम रवि मीणा और डीएसपी दलीप सिंह सहित अनेक अधिकारियों ने कार्यक्रम स्थल के सामने मुख्य सड़क पर झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया और ग्रामीण से आह्वान किया कि गांव को गंदगी से मुक्त बनाने में अपना सहयोग दें। अपने गांव को स्वच्छ और निर्मल बनाएं।
कार्यक्रम में डीसी ने ग्रामीणों द्वारा रखी गई 60 से अधिक समस्याएं सुनी। वहीं दूसरी ओर पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, क्रीड, महिला एवं बाल विकास विभाग, बिजली निगम आदि विभिन्न विभागों ने स्टार लगाकर ग्रामीणों को योजनाओं की जानकारी दी। डीसी ने पेंशन और परिवार पहचान पत्र से संबंधित समस्याओं के समाधान के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गांव में ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान करें।
कार्यक्रम में ग्रामीणों ने डीसी साहिल गुप्ता, सीटीएम अनिल कुमार और डीएसपी दलीप सिंह का फूल मालाओं और पगड़ी पहनाकर स्वागत किया।
इस मौके पर एसडीएम रवि मीणा,सीटीएम अनिल कुमार,नायब तहसीलदार अशोक कुमार,बीडीपीओ सोमबीर कादयान, डीडीए डॉ विनोद फोगाट,टीएम भरतपाल परमार, एक्शईएन विकास धनखड़, मनीष देशवाल, नवीन देशवाल, संभव जैन, डीएफओ सिकंदर सांगवान, डीएचओ डॉ देवीलाल, डीईओ निर्मल दहिया, एसडीओ चेतन, एसडीओ डॉ सुनील शर्मा, एसएमओ डॉ सुधीर चाहर, टीडब्लूओ राजकुमार नागल, सीडीपीओ किरण व उषा, थाना प्रभारी महाबीर सिंह सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारियों के अलावा सरपंच राजेश कुमार, सुभाष श्योराण, चंद्र प्रकाश, वीरेंद्र कादयान, जयसिंह कादयान, सूबेदार हरपाल, हवलदार दयानंद, जगदीश, विकास, जगजीवन, विजय, नरेंद्र जाखड़, मास्टर सतबीर, नरेंद्र पंघाल, रमेश पंघाल, राजेंद्र सिंह प्रधान, अभयराम, युद्धवीर चेयरमैन, राजेश, सत्यनारायण, चंद्रपाल, जगदीश, अशोक आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।

