भिवानी में स्थायी डाईट की मांग तेज, सौंपा ज्ञापन
भिवानी :
हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ (संबद्ध सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा एवं स्कूल टीचर्स फेडरेशन ऑफ इंडिया) ने जिला भिवानी में जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) की स्थायी व्यवस्था को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
संघ ने शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव के नाम मांगपत्र सौंपकर भिवानी में चल रही वैकल्पिक डाईट की व्यवस्था को स्थायी दर्जा देने की मांग की है। हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ ने भिवानी की जिला शिक्षा अधिकारी डा. निर्मल दहिया के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री, निदेशक माध्यमिक शिक्षा हरियाणा पंचकुला, निदेशक एससीईआरटी गुरुग्राम, महानिदेशक, मौलिक शिक्षा हरियाणा पंचकुला के नाम मांगपत्र सौंपा।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि भिवानी जिले में जो डाईट की वैकल्पिक व्यवस्था चल रही है, उसे तुरंत प्रभाव से स्थायी डाईट का दर्जा दिया जाए तथा जब तक स्थायी डाईट का दर्जा नहीं मिल जाता, तब तक अध्यापकों के सभी प्रकार के प्रशिक्षणों का आयोजन भिवानी जिला मुख्यालय पर ही किया जाए, ताकि शिक्षकों को दूसरे जिले में भटकना न पड़े।
संघ के राज्य सचिव महेंद्र, जिला प्रधान अजीत राठी व जिला सचिव सुमेर सिंह आर्य ने मांगपत्र के माध्यम से कहा कि भिवानी एक विस्तृत क्षेत्रफल वाला जिला है, जिसके अंतर्गत 7 ब्लॉक आते हैं।
इसके बावजूद जिले का अपना कोई स्थायी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में भिवानी जिले के हजारों अध्यापकों को प्रशिक्षण के लिए पड़ोसी जिले चरखी दादरी के बिरही कलां स्थित डाईट केंद्र में जाना पड़ता है। जिसके चलते बिरही कलां (चरखी दादरी) भिवानी के कई ब्लॉकों से काफी दूर पड़ता है।
जिससे प्रशिक्षण के लिए दूसरे जिले में जाने से शिक्षकों का काफी समय यात्रा में व्यर्थ होता है और उन्हें आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जिले का अपना संस्थान न होने के कारण प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्यों में भी बाधा उत्पन्न होती है।
संघ के प्रधान अजीत राठी, कोषाध्यक्ष अनूप सिवाच, सचिव सुमेर सिंह आर्य व शिक्षा विभाग से सत्यवती ने संयुक्त रूप से आशा व्यक्त की है कि शिक्षा व शिक्षक हित में उनकी इस उचित मांग को सरकार जल्द से जल्द पूरा करेगी, अन्यथा उन्हें आगामी रणनीति पर विचार करना होगा। इस मौके पर जिला वरिष्ठ उप प्रधान अंजु देवी, खंड प्रधान संजय गौरीपुर, सचिव लाजपत जाखड़ भी मौजूद रहे।

