हरियाणा में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डॉक्टर 

 
हरियाणा में अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डॉक्टर 

हरियाणा में सीनियर मेडिकल ऑफिसर (SMO) की सीधी भर्ती समेत अन्य मांगों को लेकर डॉक्टरों ने आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है।

इससे पहले, 8 और 9 दिसंबर को डॉक्टर हड़ताल पर रहे थे। सरकार से बातचीत न होने पर डॉक्टरों ने यह अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का निर्णय लिया।

पंचकूला में डॉक्टर डीजी हेल्थ ऑफिस के बाहर भूख हड़ताल पर बैठ गए हैं। हिसार में सिविल अस्पताल प्रशासन ने प्रोबेशन पीरियड पर चल रहे 25 डॉक्टरों को शोकॉज नोटिस भेजा है।

मगर अभी तक एक भी डॉक्टर वापस नहीं आया है। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से 20 डॉक्टरों को बुलाया गया है। मगर 128 डॉक्टरों के छुट्‌टी पर जाने से हालात बिगड़ रहे हैं। अग्रोहा मेडिकल कॉलेज से हिसार के अलावा सिरसा और फतेहाबाद भी डॉक्टर भेजे गए हैं।

 सरकार ने हड़ताल रोकने के लिए एस्मा लागू कर दिया है। गवर्नर ने धारा 4(क)(1) के तहत यह भी स्पष्ट किया है कि अगले 6 महीने तक स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर और कर्मचारी किसी भी प्रकार की हड़ताल नहीं कर सकते।

 सरकार ने आदेश जारी कर यह भी कहा है कि जो भी कर्मचारी हड़ताल पर गए हैं, उनकी सैलरी रोक दी जाए। यह कार्रवाई "नो वर्क, नो पे" यानी काम नहीं तो वेतन नहीं के नियम के तहत होगी। हड़ताल के दिनों में किसी भी कर्मचारी को वेतन या मानदेय नहीं दिया जाएगा।

हरियाणा सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन (HCMSA) के अध्यक्ष डॉ. राजेश ख्यालिया ने बताया कि एस्मा (Essential Services Maintenance Act) एक आवश्यक सेवा अनुरक्षण अधिनियम है।

हमारी लड़ाई भी इसी सेवा को बेहतर बनाने के लिए है। हम चाहते हैं कि डॉक्टर यहां आएं और उनकी कमी दूर हो। हम यह भी चाहते हैं कि हमें प्रमोशन मिले। अभी तक सरकार की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं आया है। फिलहाल, हम अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं और पूरे हरियाणा के अधिकतर डॉक्टर हमारे साथ हैं।