हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल

 
हरियाणा में डॉक्टरों की हड़ताल

हरियाणा में डायरेक्ट एसएमओ भर्ती सहित विभिन्न मांगों पर समाधान न होने से सरकारी डॉक्टरों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी है।

मंगलवार को कई सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों के केबिन खाली नजर आए।

महेंद्रगढ़ सिविल अस्पताल में डॉक्टर न होने के कारण छह साल की बच्ची का पोस्टमॉर्टम नहीं हो पाया और उसे नारनौल भेजना पड़ा।

पंचकूला सिविल अस्पताल में मरीज घंटों डॉक्टरों का इंतजार करते दिखे। हिसार में एक युवक, जिसका पैर हादसे में कट गया था, बस से हिसार पहुंचा तो पता चला कि यहां भी डॉक्टर मौजूद नहीं हैं।

कैथल सिविल अस्पताल में पेट में पथरी का अल्ट्रासाउंड करवाने आई महिला को स्टाफ ने डॉक्टर की छुट्टी का हवाला देकर वापस लौटा दिया। महिला ने अगले दिन डॉक्टर के आने के बारे में पूछा तो स्टाफ ने कहा कि “कल भी डॉक्टर के आने का कोई निश्चित समय नहीं है।”

भिवानी, हिसार, फतेहाबाद और गुरुग्राम में अव्यवस्था की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने धारा 163 लागू कर धरने-प्रदर्शन पर रोक लगा दी है। इस बीच, एचसीएमएस एसोसिएशन ने दोहराया कि यदि एसीपी सहित उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो वे 10 दिसंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे।

भिवानी में HCMS एसोसिएशन के विरोध को देखते हुए DC साहिल गुप्ता ने सोमवार को धारा 163 लागू रखी। चौधरी बंसीलाल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित नहीं हुईं। हड़ताल पर गए डॉक्टरों की जगह अन्य डॉक्टरों को तैनात कर OPD, इमरजेंसी और ऑपरेशन सेवाएं सुचारू रखी गईं।

ADC दीपक बाबूलाल करवा और सिविल सर्जन डॉ. रघुवीर सिंह ने अस्पताल का निरीक्षण किया और सभी व्यवस्थाएं सामान्य मिलीं। OPD में 21 डॉक्टर सेवाएं दे रहे हैं और छुट्टी पर गए डॉक्टरों को नोटिस जारी किया गया है।