हरियाणा में डबल मर्डर में खुलासा, परिवार ने लड़कियों से छेड़छाड़ न करने को समझाया था
कैथल में 2 नाबालिग लड़कों की हत्या के मामले में खुलासा हुआ है। आरोप है कि बरेटा गांव के प्रिंस (15) और अरमान (16) गांव ही लड़कियों से छेड़छाड़ करते थे। इसके लेकर परिवार के लोगों ने दोनों को समझाया भी था। फिर भी जब लड़के नहीं रुके तो गांव के ही नाबालिग लड़कों ने दोनों की हत्या कर लाश ड्रेन के पास फेंक दी।
पुलिस ने इस मामले में गांव के ही 7 नाबालिग लड़कों को गिरफ्तार किया है। 2 की तलाश अभी भी की जा रही है। गांव वालों के मुताबिक, नाबालिग लड़के हत्या करने के बाद भी किसी को शक न हो, इसलिए रोजाना की तरह स्कूल गए थे।
पुलिस को मौके से लोहे का हथियार मिला है, जिसे हत्या के दौरान प्रयोग किया गया। इसे पाइप और मोटरसाइकिल के चेन सेट से जोड़कर बनाया गया था।
सोमवार को प्रिंस और अरमान के अंतिम अंतिम संस्कार में पूरा गांव पहुंचा। इस दौरान अरमान की बहन रोते हुए बेसुध हो गई, जिसे काफी देर बाद होश आया।
प्रिंस के चाचा बनी सिंह ने बताया कि प्रिंस और अरमान रविवार की शाम को साढ़े 4 बजे गांव के शिव मंदिर के पास देखे गए थे। इसके बाद घर आकर पशुओं को पानी पिलाया। यहां परिजनों ने दोनों को 5 बजे तक देखा। पशुओं को पानी पिलाने के बाद दोनों साथ ही घर से निकलते देखे गए। मगर, इसके बाद से उनका पता नहीं चला।
चाचा बनी सिंह के मुताबिक प्रिंस को 17 मई को ही दसवीं का रिजल्ट आया था। इसमें वह पास हो गया था। दोनों के देर शाम तक घर नहीं लौटने पर सोचा कि पास होने की खुशी मनाने चले गए होंगे, आ जाएंगे। मगर, रात तक नहीं आए तो परिवार ने तलाश शुरू की। पूरा गांव छान मारा, लेकिन कोई पता नहीं चला। मोबाइल पर कॉल की गई तो वह भी नहीं मिला।
चाचा बनी सिंह ने बताया कि काफी देर तक तलाश करने के बाद दोनों के मोबाइल की लोकेशन निकलवाई गई, जो 5 किलोमीटर दूर धनौरा तालाब के पास मिली। इसके बाद परिजन और बड़ी संख्या में गांववाले धनौरा तालाब पहुंचे और दोनों बच्चों की तलाश की। यहां जगह तलाशा, लेकिन दोनों को पता नहीं चला। थक-हार कर सभी घर लौट आए।
बनी सिंह के मुताबिक, सोमवार को सुबह फिर परिजन धनौरा तालाब के पास पहुंच गए और दोनों की तलाश की। रात को कैनाल के पास घने झुंड की तरफ नहीं देखा गया था तो सुबह सबसे पहले वहीं तलाश किया गया। इसी दौरान अरमान का शव पड़ा मिल गया। वह औंधे मुंह पड़ा था, उसकी गर्दन पर धारदार हथियार के गहरे जख्म थे। अरमान से करीब 15 फुट दूर प्रिंस का शव भी पड़ा मिला। उसकी भी गले पर हथियार से वार कर हत्या की गई थी।
पुलिस के मुताबिक अरमान और प्रिंस आपस में चाचा-भतीजा थे। दोनों के पिता भी खेती मजदूरी करते हैं। गांव में दोनों का बड़ा परिवार है। हम उम्र होने के कारण दोनों साथ ही रहते थे। स्कूल भी साथ आना जाना करते थे। अरमान अपनी 5 बहनों को इकलौता भाई था। दोनों किशोरों की हत्या के बाद से परिवार में गम का माहौल है। हत्या करने वाले नाबालिगों में 5 सामान्य वर्ग से तो 3 दलित समाज और एक पिछड़े वर्ग से है।
गांव के लोगों ने नाम न लिखने की शर्त पर बताया कि गांव में ज्यादातर घर सामान्य वर्ग के हैं। गांव की आबादी लगभग 7 हजार है। इस समय गांव में स्थिति सामान्य है। आरोपी किशोर सामान्य वर्ग की लड़कियों से छेड़खानी करते थे। इस बारे में जब परिवार को बताया गया तो उन्होंने किशोरों को समझाया भी था, लेकिन दोनों पक्षों के किशोरों ने एक-दूसरे से रंजिश पाल ली।
ग्रामीणों के मुताबिक, जिन किशोरों ने हत्या की, उनकी उम्र 15 से 16 वर्ष के बीच है। हत्या करने के बाद उन्होंने शवों को ड्रेन में फेंक दिया था। उन्हें इस बात का जरा भी अफसोस नहीं था कि वे दो किशोरों की हत्या करके आए हैं। वे रोजाना की तरह सुबह स्कूल भी चले गए थे। पुलिस ने सभी आरोपियों को गांव से ही गिरफ्तार कर लिया।

