शिक्षा के पुरोधा डॉ. राधाकृष्णन सच्चे अर्थो में युग द्रष्ठा थे – पवन कुमार बुवानीवाला   
 

 
शिक्षा के पुरोधा डॉ. राधाकृष्णन सच्चे अर्थो में युग द्रष्ठा थे – पवन कुमार बुवानीवाला     

वैश्य इंटरनेशनल विद्यालय में महान दार्शनिक, शिक्षक, राजनेता एवं पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को उनके महान कार्यो के लिए याद किया गया I

राधा कृष्णन की पुण्यतिथि के अवसर पर उनकी प्रतिमा के समक्ष फूल माला अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। स्कूल प्रबंधन समिति के महासचिव डॉ. पवन कुमार बुवानीवाला जी ने अपने उद्बोधन में बताया कि शिक्षा के द्वारा ही मानव मस्तिष्क का सदुपयोग किया जा सकता है I

शिक्षा ग्रहण करने की बात पर बुवानीवाला जी ने कहा की जहाँ कही से भी कुछ सीखने को मिले उसे अपने जीवन में उतार लेना चाहिए I

स्कूल प्राचार्य डॉ. करतार सिंह जाखड़ जो स्वयं एक शिक्षक, लेखक व शिक्षाविद है ने बताया कि राधाकृष्णन एक बहुमुखी व्यक्तित्व के धनी थे जिन्होंने भारतीय दर्शन और शिक्षा जगत पर अमिट छाप छोड़ी है I

प्राचार्य ने अपने शब्दों के माध्यम से बताया कि हमें उनकी उपलब्धियों और जीवन से प्रेरणा लेनी चाहिए I अंत में प्राचार्य ने समस्त शिक्षकगण व छात्रों को जीवन में निरंतर प्रगतिशील रहने का संदेश दिया I