CBI बनकर बुजुर्ग को 17 घंटे 'डिजिटल अरेस्ट' में रखा, 31 लाख ठगे, 5 ठग दबोचे

भिवानी की डीसी कॉलोनी में रहने वाले एक बुजुर्ग रिटायर्ड बैंक मैनेजर के साथ बड़ी साइबर ठगी का मामला सामने आया है। ठगों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर बुजुर्ग को डरा-धमका कर करीब 17 घंटे तक डिजिटल अरेस्ट में रखा और 31 लाख 25 हजार रुपए की ठगी कर ली।
आरोपियों ने बुजुर्ग को बताया कि उनके आधार कार्ड से जारी एक सिम का इस्तेमाल किसी आपराधिक मामले में हुआ है। इसी बहाने उन्होंने डर पैदा किया और धीरे-धीरे सारी रकम हड़प ली।
पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस को दी, जिसके बाद केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने अब तक इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
भिवानी की डीसी कॉलोनी निवासी सत्यपाल कौशिक, जो सेंट्रल हाउसिंग कॉर्पोरेशन से रिटायर्ड मैनेजर हैं, साइबर ठगी का शिकार हो गए। उन्होंने साइबर क्राइम थाना भिवानी में शिकायत दी कि 9 जून को उनके वॉट्सऐप पर एक कॉल आई, जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताया।
कॉलर ने उन्हें डराया कि उनके नाम से एक सिम कार्ड जारी हुई है, जिसका इस्तेमाल किसी महिला से जुड़े अपराध में हुआ है, इसलिए उन पर केस दर्ज किया गया है। इसके बाद उन्हें ऑनलाइन तरीके से ‘डिजिटल अरेस्ट’ में रखा गया और मानसिक दबाव बनाकर उनसे 31 लाख 25 हजार रुपए की रकम बैंक ऑफ महाराष्ट्र के खाते में RTGS के जरिए ट्रांसफर करवा ली गई।
सत्यपाल कौशिक की शिकायत पर भिवानी साइबर थाना पुलिस ने संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
भिवानी साइबर क्राइम थाना पुलिस ने डिजिटल अरेस्ट के नाम पर 31 लाख रुपए की ठगी करने वाले गैंग का भंडाफोड़ करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। सहायक उप निरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों में नई दिल्ली के महरौली निवासी राहुल, मुरादाबाद (उत्तर प्रदेश) के अशोक नगर निवासी ऋषभ और गौरव कुमार, अलीगढ़ निवासी फिरोज तथा बिहार के मुजफ्फरपुर निवासी मोहम्मद सोहेल शामिल हैं।
आरोपी मोहम्मद सोहेल को कोर्ट में पेश कर 5 दिन का पुलिस रिमांड लिया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि सोहेल फर्जी बैंक खातों को खरीदकर उन्हें मुख्य आरोपियों को बेचता था, जिनका इस्तेमाल ठगी में किया जाता था। बाकी चार आरोपियों राहुल, ऋषभ, फिरोज और गौरव को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। पुलिस अब पूरे गिरोह से जुड़े नेटवर्क की गहराई से जांच कर रही है।