इलेक्ट्रिक ट्रक स्टेशन का लोकार्पण,बैटरी से दौड़ेंगे भारी-भरकम ट्रक

 
इलेक्ट्रिक ट्रक स्टेशन का लोकार्पण,बैटरी से दौड़ेंगे भारी-भरकम ट्रक

केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी बुधवार को गन्नौर पहुंचे। उन्होंने यहां गांव पांची गुजरान स्थित दिल्ली इंटरनेशनल कार्गो टर्मिनल (DICT) का लोकापर्ण किया। उनके साथ केंद्रीय भारी उद्योग एवं इस्पात मंत्री, एचडी कुमार स्वामी भी रहे।

दोनों ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

यह स्टेशन उत्तर भारत में कॉमर्शियल वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की एक नई शुरुआत है, जिसके बाद अब सड़कों पर दौड़ रहे भारी-भरकम ट्रक डीज़ल नहीं, बल्कि बैटरी से चलेंगे।

उत्तर भारत का पहला कॉमर्शियल इलेक्ट्रिक ट्रक बैटरी स्वेपिंग एवं चार्जिंग स्टेशन गन्नौर के गांव पांची गुजरान में डीआईसीटी टर्मिनल की शुरुआत हुई है। कार्गो टर्मिनल में पहले चरण में 25 बैटरी से चलने वाले कॉमर्शियल ट्रक पहुंचे हैं। एनर्जी इन मोशन एम की तरफ से शुरुआत की जा रही है। एनर्जी इन मोशन कंपनी का रविंद्रा एनर्जी लिमिटेड कंपनी के साथ 50% की हिस्सेदारी है।

आज देश में ट्रक कुल वाहनों का केवल 4% हैं, लेकिन ये पूरे देश के 30% कार्बन उत्सर्जन के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में अगर ये ट्रक इलेक्ट्रिक हो जाते हैं तो प्रदूषण काफी हद तक कम होगा। रविंद्रा एनर्जी लिमिटेड के उपाध्यक्ष नरेंद्र मुरकुंबी कहते हैं, हम भारत में स्वच्छ ऊर्जा और साफ सफर के लिए काम कर रहे हैं।

अब तकनीक और बैटरी की कीमतें इतनी कम हो गई हैं कि इलेक्ट्रिक ट्रक बिना किसी सरकारी सहायता के भी डीजल ट्रकों से सस्ते साबित होंगे।

इलेक्ट्रिक ट्रकों को चार्ज करने की चिंता भी कंपनी ने दूर कर दी है। EIM पूरे देश में बड़े-बड़े चार्जिंग और बैटरी स्वेपिंग स्टेशन बनाएगी, जहां ड्राइवर अपने ट्रक की बैटरी तुरंत बदल सकेंगे या चार्ज कर सकेंगे। इन स्टेशनों में इस्तेमाल की जाने वाली बिजली भी रविंद्रा एनर्जी की अपनी सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं से मिलेगी, यानी पूरी प्रक्रिया पर्यावरण के अनुकूल होगी।

इस प्रोजेक्ट में शामिल Beiqi FOTON Motor चीन की एक बड़ी कंपनी है, जो हर साल लाखों ट्रक और बसें बनाती है। साल 2024 में FOTON ने 6 लाख से ज्यादा व्यवसायिक वाहन बेचे थे। अब यही तकनीक भारत में भी इस्तेमाल की जाएगी ताकि यहां के ट्रक आधुनिक और पर्यावरण हितैषी बन सकें।