हत्या के एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली, नागरिकों में बढ़ता जा रहा है गुस्सा : मनजीत लांग्यान 

 
हत्या के एक सप्ताह बाद भी पुलिस के हाथ खाली, नागरिकों में बढ़ता जा रहा है गुस्सा : मनजीत लांग्यान 

भिवानी :

भिवानी जिला के सिंघानी गांव में हुई अध्यापिका मनीषा के हत्या की घटना के सात दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस अभी क आरोपियों को नहीं पकड़ पाई है।

जिसके चलते लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है। इसी के विरोध रूवरूप सोमवार को एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष मनजीत लांग्यान के नेतृत्व में अन्य पदाधिकारियों व अनेक विद्यार्थियों ने स्थानीय सीबीएलयू के ओल्ड कैंपस से लेकर उपायुक्त कार्यालय न्याय मार्च निकाला गया।

उपायुक्त को मांगपत्र सौंपते हुए मांग की गई कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाए, ताकि भविष्य में किसी बेटी के साथ ऐसी घटना दोबारा न हो। इस दौरान एनएसयूआई पदाधिकारियों ने खून से पत्र लिखकर मनीष हत्याकांड के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग भी उठाई।

इस दौरान बड़ी संख्या में विद्यार्थी प्रदर्शन में मौजूद रहे, जिन्होंने अध्यापिका मनीषा के परिवार को न्याय दिलवाने की मांग की। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष मनजीत लांग्यान ने कहा कि बीते 11 अगस्त से अध्यापिका मनीषा लापता हुई थी। यदि समय रहते पुलिस कार्यवाई कर लेती तो यह अनहोनि होने से टल जाती। उन्होंने कहा कि मनीषा की यह लड़ाई सिर्फ एक परिवार की नहीं है, बल्कि हर बेटी की लड़ाई है।

अगर आज हम खामोश रह गए तो कल किसी और बेटी के साथ भी यही होगा। छात्र नेता सुमित कुमार ने कहा कि एनएसयूआई इस मामले को हल्के में नहीं लेगी। अगर दोषियों को बचाने की कोशिश हुई तो हम पूरे जिले में बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। छात्रा नेत्री कमना यादव ने कहा कि यह संघर्ष हर बेटी की आवाज़ है। मनीषा की आत्मा को तभी शांति मिलेगी जब दोषियों को फांसी होगी।

छात्रा नेत्री मनु सिवाच ने कहा कि भिवानी की बेटियां अब चुप नहीं रहेंगी। यह अन्याय बर्दाश्त नहीं होगा। मनीषा के न्याय की इस लड़ाई को हम तब तक जारी रखेंगे जब तक दोषियों को फाँसी नहीं मिल जाती। इस दौरान एनएसयूआई छात्र नेताओं ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द इस मामले में न्याय नहीं मिला तो आंदोलन को जिला स्तर से प्रदेश स्तर तक ले जाया जाएगा।