चरखी दादरी में झुग्गियों में रहने वालों का पलायन

चरखी दादरी ।
झुग्गियों में रहने वाले सैकड़ों लोगों पर निकाले जाने का संकट मंडरा रहा है। प्रशासन द्वारा उनको झुग्गी खाली करने के लिए निर्देश भी दिए जा चुके हैं। जिसके बाद से ये लोग असमंजस में हैं कि वह जाएं तो जाएं कहां।
झुग्गियों में रहने वाले लोगों ने सरकार व प्रशासन से गुहार लगाई है कि उन्हें यहां से न निकाला जाए। इन लोगों का कहना है कि चुनाव के समय नेता लोग सगे बन जाते हैं और अब उनको धक्के देकर निकाला जा रहा है।
300 झुग्गियां में रहते हैं 1500 लोग
चरखी दादरी में कॉलेज रोड पर हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर करीब 300 झुग्गियां हैं। जहां लगभग 1500 लोग रहते हैं। बीते एक सप्ताह से इन झुग्गियों को खाली करवाने की कवायद शुरू की गई है और इन लोगों को झुग्गियां खाली करने के निर्देश भी दिए जा चुके हैं।
मंगलवार को जिला प्रशासन द्वारा पुलिस बल के साथ इन झुग्गियों को खाली करवाया जाना था। जिसके लिए बाढड़ा नायब तहसीलदार साहिल दलाल को ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी लगा दिया गया था । लेकिन किसी कारणवश इस कार्रवाई को ऐन वक्त पर आगामी आदेश तक रोक दिया गया था।
खुद झुग्गियां खाली करना किया शुरू
प्रशासन द्वारा मंगलवार को झुग्गियां खाली करवाने की पूरी तैयारी की जा चुकी थी। हालांकि प्रशासन द्वारा झुग्गियों को खाली करवाने की कार्रवाई नहीं की गई। लेकिन यहां रहने वाले लोगों को जच गया है कि अब उन्हें ज्यादा दिन नहीं रहने दिया जाएगा जिसके चलते इन लोगों ने खुद ही झुग्गियां खाली करने की तैयारी शुरू कर दी है। इन लोगों ने अपना सामान पैक कर लिया है और यहां से पलायन कर किसी दूसरे स्थान पर जाने की तैयारी में नजर आ रहे हैं।
40-50 सालों से रह रहे
झुग्गियों में रहने वाले लोगों ने बताया कि वे यहां बीते 40-50 सालों से रहते आ रहे हैं। उन्होंने किसी प्रकार का अवैध कब्जा नहीं किया गया है। उन्हें रहते इतने साल हो गए यहां एक ईंट तक नहीं लगाई है और न ही वे किसी गैर कानूनी गतिविधियों में संलिप्त हैं। इसके बावजूद उन्हें यहां से अवैध कब्जा करने के नाम पर निकाला जा रहा है जो गलत है।
चुनाव के समय नेता सगे बन जाते हैं
झुग्गियों में रहने वाले लोगों ने कहा कि जब चुनाव का समय आता है, तो नेता लोग उनके साथ सगे जैसा व्यवहार करते हैं। उनके आधार कार्ड भी बनवा दिए जाते हैं। लेकिन अब उन्हें धक्के देकर निकाला जा रहा है और उनकी सुध लेने वाला कोई नहीं है।
बच्चों की पढ़ाई होगी प्रभावित
झुग्गियों में रहने वाले लोगों ने कहा कि उनके करीब 200 बच्चें स्कूल जाते हैं। जिनके एडमिशन करवा रखे हैं। यदि वे यहां से गए तो उनके बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी।
कार्रवाई से पहले विधायक निवास पर पहुंचे
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार टीम द्वारा झुग्गियों को हटाने की कार्रवाई मंगलवार सुबह 10 बजे शुरू की जानी थी। उससे पहले ही सुबह दर्जनों की संख्या में झुग्गियों में रहने वाले लोग लोहारू रोड़ स्थित दादरी विधायक सुनील सांगवान के आवास पर झुग्गियों को नहीं हटाने की गुहार लगाने के लिए पहुंचे।
लेकिन विधायक बाहर होने के कारण उन्हें मिल नहीं पाए। हालांकि मंगलवार को अज्ञात कारणों के चलते प्रशासन द्वारा कार्रवाई को टाल दिया गया था। सूत्रों की माने तो 14 अप्रैल तक झुग्गियों को खाली नहीं किया जाता है, तो उसके बाद झुग्गियों को खाली करवाने की कार्रवाई हो सकती है।
हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर करीब 300 झुग्गियां हैं
कॉलेज रोड़ पर हाउसिंग बोर्ड की जमीन पर करीब 300 झुग्गियां बनी हैं। जिनमें करीब 1500 लोग 40-50 सालों से रहते हैं। ये लोग कूड़ा बीनने, कबाड़ खरीदने, चटाई, झाडू बनाने आदि कार्य करते हैं। तीन दिन पहले पुलिस बल मौके पर पहुंचा था और 45 लोगों को अपने साथ बस में बैठाकर पुलिस थाना ले जाया गया था। उनके पीछे-पीछे पैदल महिलाएं भी पुलिस थाने पहुंच गई थी और उनको पुलिस थाने लाए जाने का कारण पूछा।
डीएसपी ने बताया था कि सर्च अभियान का मुख्य उद्देश्य रोहिंग्या या बांग्लादेशी की पहचान करने के साथ यह देखना था कि कोई वांछित अपराधी यहां आकर न रह रहा और यहां नशे का कारोबार न किया जा रहा हो। इसके लिए वेरिफिकेशन की है।