फैशन डिजाइनिंग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं: प्रो दीप्ति धर्माणी  

 
फैशन डिजाइनिंग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं: प्रो दीप्ति धर्माणी  

भिवानी।

चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय में फैशन डिजाइनिंग विभाग द्वारा कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी के कुशल नेतृत्व एवं कुलसचिव डॉ भावना शर्मा की देखरेख में "द आर्ट ऑफ फैशन कॉन्सेप्ट एंड क्रिएशन" विषय पर आयोजित दो सप्ताहीय राष्ट्रीय कार्यशाला का आज समापन हुआ।
 इस कार्यशाला के कन्वीनर प्रो विपिन कुमार जैन थे तथा आयोजन सचिव डॉ सोनिका एवं संयुक्त सचिव डॉ सोनिया थीं। कार्यशाला में बतौर वक्ता एवं विशेषज्ञ सीडीएलयू सिरसा से डॉ गुरप्रीत कौर भुल्लर ने विद्यार्थियों को फैशन डिजाइनिंग के तकनीकी  गुर सिखाए। कार्यशाला के समापन अवसर पर कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी ने संबोधित करते हुए कहा कि भगवान ब्रह्मा सृष्टि के सृजनकर्ता हैं। क्रिएशन अपने आप में अमूल्य एवं महत्वपूर्ण है । फैशन डिजाइनिंग में रोजगार की अपार संभावनाएं हैं। विद्यार्थी नौकरी पाने वाले नहीं बल्कि दूसरों को नौकरी देने वाले बनें, वे स्वरोजगार अपनाकर अन्य लोगों के लिए रोजगार सृजन कर राष्ट्र निर्माण में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें। उन्होंने आगे कहा कि कार्यशाला में आप सभी ने फैशन डिजाइनिंग के महत्वपूर्ण गुर सीखे हैं जो आपके हुनर को पंख लगा देंगे। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अपने पंखों का विस्तार करें और अपने रोजगार एवं सफलता की दिशा में आगे बढ़ें।
 उन्होंने कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए फैशन डिजाइनिंग विभाग को बधाई दी और विद्यार्थियों द्वारा स्वनिर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी का अवलोकन कर इसकी सराहना की।
बतौर वक्ता डॉ गुरप्रीत कौर भुल्लर ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि कार्यशाला में विश्वविद्यालय का पूर्ण सहयोग मिला और विद्यार्थियों में कार्यशाला में सीखने के प्रति पूर्ण उत्साह एवं जिज्ञासा रही है। 15 दिन की यह उनकी पहली कार्यशाला है और वे चाहती हैं कि भविष्य में ये कार्यशाला एक महीने की हो ताकि विद्यार्थियों के स्किल को और अधिक बढ़ावा मिल सके।
डीन ह्यूमैनिटीज एवं कार्यशाला कन्वीनर प्रो विपिन कुमार जैन ने सभी अतिथियों एवं कार्यशाला सहभागियों का धन्यवाद एवं आभार व्यक्त किया और उन्होंने फैशन डिजाइनिंग विभाग द्वारा आयोजित कार्यशाला की विस्तृत जानकारी दी।
विद्यार्थियों द्वारा इस कार्यशाला में उनके द्वारा निर्मित विभिन्न उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई गई जिसका विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी एवं कुलसचिव डॉ भावना शर्मा सहित सभी अतिथियों ने अवलोकन किया। कुलपति प्रो दीप्ति धर्माणी ने सभी सहभागिता करने वाले विद्यार्थियों को सहभागिता प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया।
 इस अवसर पर कुलसचिव डॉ भावना शर्मा, पूर्व कुलसचिव डॉ जितेन्द्र भारद्वाज,प्रो संजीव कुमार, प्रो ललिता गुप्ता,प्रो एसके कौशिक, सुनीता भरतवाल,डॉ सुरेश मलिक सहित अनेक शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक कर्मचारी उपस्थित रहे।