गौरक्षा दल भिवानी का धरना व क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी रहा जारी

भिवानी:
नगर परिषद के कर्मचारियों द्वारा घायल जीव-जंतुओं को उठाने से इनकार किए जाने के विरोध में विधायक के कार्यालय में गौरक्षा दल भिवानी का धरना व क्रमिक अनशन मंगलवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान गौरक्षा दल के सदस्यों ने भिवानी नगर परिषद की अपनी ड्यूटी के प्रति लापरवाह कार्यशैली के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरना स्थल पर नगर परिषद के उच्च अधिकारी पहुंचे तथा धरनारत्त गौसेवकों की मान-मनोवल की, लेकिन वे गौसेवकों को मना नहीं पाए। जिसके बाद गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों से बातचीत करने विश्व हिंदु परिषद का प्रांत मंत्री वरूण बजरंगी व प्रांत सह सत्संग प्रमुख कमल अग्रवाल नप कर्मचारियों सहित धरना स्थल पर पहुंचे तथा काफी देर तक गौरक्षा दल के सदस्यों को धरना समाप्त करने की बात कही, लेकिन सहमति नहीं बन पाई। मंगलवार को क्रमिक अनशन पर ऋषि सोलंकी, मनजीत लांबा, मोदी, मोहन, कृष्ण नंदन, बिन्टू, नरेंद्र, जतिन, जयदीप, निखिल दागीया रहे।
इस मौके पर इस मौके पर गौरक्षा दल भिवानी के प्रधान संजय परमार ने बताया कि शहर में घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों की सेवा का कार्य नगर परिषद का है, लेकिन गौरक्षा दल भिवानी के सदस्य उसे एक सेवा के रूप में करते है।
लेकिन इसके बावजूद भी गौरक्षा दल भिवानी को सुविधाएं मुहैया करवाना तो दूर जो सुविधाएं उनके पास है, वह भी छीनी जा रही है तथा घायल गाय व अन्य जानवरों को उठाने से स्पष्ट इंकार किया जा रहा है।
जिसके चलते रोजाना अनेक घायल व बीमार गाय व अन्य जानवर दम तोड़ रहे है। जिसके चलते गौरक्षा दल भिवानी के सदस्यों में गुस्सा है। संजय परमार ने कहा कि वे पहले भी कई बार नगर परिषद की लापरवाह कार्यशैली के खिलाफ विरोध जता चुके है, लेकिन नप बार-बार अपनी वही गलतियां दोहराता है। जिसका खामियाजा घायल व बीमार जानवरों को भुगतना पड़ता है।
संजय परमार ने कहा कि शहर में बेसहारा नंदी को पकडऩे, बंदरों को पकडऩे, आवारा कुत्तों के रेबीज का वैक्सीनेशन का ठेका जब नगर परिषद छोड़ती है तो घायल या बीमार गाय व अन्य जानवरों के उपचार की जिम्मेवारी भी नगर परिषद की बनती है, लेकिन गौरक्षा दल भिवानी नगर परिषद के कार्य को अपने स्तर पर करती है।
लेकिन इसके बावजूद भी नगर परिषद द्वारा कोई सहायता नहीं की जा रही। उन्होंने कहा कि जब तक ड्यूटी के प्रति लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए तथा घायल व बीमार गाय व अन्य जानवरों के लिए चिकित्सा सुविधा मुहैया करवाने की उचित व्यवस्था नहीं की जाती, वे धरने से नहीं उठेंगे। इस मौके पर दिग्विजय, कुकी परमार, सचिन, गोलू शर्मा, अभी ठाकुर, केशव, नवीन, शंकर धनाना, प्रदीप, कर्ण, दीपक (पालू) सहित अन्य गौसेवक मौजूद रहे।