गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व श्रद्धा और भावनाओं से परिपूर्ण वातावरण में मनाया 

 
गुरु नानक देव का प्रकाश पर्व श्रद्धा और भावनाओं से परिपूर्ण वातावरण में मनाया 

भिवानी  ।  

गुरुद्वारा देवी बाई आश्रम में प्रथम पातशाह श्री गुरु नानक देव जी का पावन प्रकाश पर्व अत्यंत श्रद्धा, प्रेम और सेवा भाव के साथ मनाया गया।

बड़ी संख्या में संगत ने उपस्थित होकर गुरुवाणी कीर्तन, सिमरन और अरदास में भाग लिया तथा गुरु साहिब की कृपा प्राप्त की।

कार्यक्रम की शुरुआत में गुरुद्वारा साहिब के ग्रंथी बलबीर सिंह जी ने ‘वाहेगुरु’ सिमरन और गुरुवाणी का पाठ कर वातावरण को आध्यात्मिक बना दिया। संगत ने भावपूर्वक सिमरन में सहभागिता की और आशीर्वाद प्राप्त किया।

जींद के विधायक एवं हरियाणा विधानसभा के सीनियर डिप्टी स्पीकर किशन मिड्ढा ने कहा कि गुरु नानक देव ने मानवता, सेवा, समानता और सत्य के मार्ग पर चलने की प्रेरणा दी है। उनके उपदेश आज भी समाज को प्रकाश मार्ग प्रदान करते हैं।

एडवोकेट अविनाश सरदाना जी ने अपने विचार रखते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी ने मानवता को सेवा, समानता, सत्य और प्रेम का अनमोल संदेश दिया। उन्होंने कहा कि समाज में एक-दूसरे के प्रति सम्मान और दया का भाव ही सच्ची श्रद्धा है।

गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान आशु कामरा ने गुरु साहिब की शिक्षाओं — “नाम जपो, किरत करो, वंड छको” — को जीवन में अपनाने का आह्वान किया और कहा कि गुरु नानक देव जी का संदेश मानवता को दिशा देने वाला है।

गुरुद्वारा संयोजक जतिन वीर जी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी का जीवन त्याग, सेवा और प्रेम का प्रतीक है, और उनकी शिक्षाएँ हर युग में प्रेरणा देती रहेंगी।

नगर  पार्षद हर्षदीप डूडेजा जी ने माथा टेक कर गुरुपर्व की शुभकामनाएँ दीं और कहा कि गुरु साहिब की शिक्षाएँ समाज को एकता और भाईचारे की राह पर आगे बढ़ाती हैं।

समापन के उपरांत गुरुद्वारा साहिब में प्रेमपूर्वक लंगर सेवा का आयोजन किया गया, जिसमें सभी संगत ने गुरु का प्रसाद ग्रहण किया।