हरियाणा में गहराए जल संकट के विरोध में भिवानी में सडक़ों पर उतरी इनेलो

भिवानी:
पंजाब के मुख्यमंत्री द्वारा हाल ही में दिए गए एक विवादित बयान के बाद हरियाणा में जल संकट को लेकर सियासी पारा चढ़ गया है। इसी के विरोध में मंगलवार को इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) की भिवानी जिला इकाई सडक़ों पर उतर आई तथा जोरदार प्रदर्शन किया।
पूर्व विधायक औमप्रकाश गौरा व जिला अध्यक्ष अशोक ढ़ाणीमाहु की अध्यक्षता में इनेलो का प्रदर्शन स्थानीय पुराना बस स्टैंड से हुई, जहां से भारी तादात में इनेलो कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय तक पहुंचे तथा पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के हरियाणा के पानी ना देने के ब्यान व केंद्र सरकार द्वारा इस मामले में हस्तक्षेप ना करने पर रोष स्वरूप नारेबाजी की तथा केंद्र सरकार के नाम मांगपत्र सौंपते हुए एसवाईएल नहर परियोजना को तत्काल पूरा कर हरियाणा को उसका वैध जल हिस्सा दिलवाए जाने की गुहार लगाई।
इस मौके पर पूर्व विधायक ओमप्रकाश गौरा ने कहा कि पंजाब सरकार एसवाईएल नहर मुद्दे पर अड़ंगा डाल रही है और हरियाणा के हक के पानी से उसे वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का किसान पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस रहा है, जबकि पंजाब सरकार गैर-जिम्मेदाराना बयानबाज़ी कर रही है।
वही इस मामले में केंद्र सरकार भी मूकदर्शक बनी हुई है, जिससे स्पष्ट है कि केंद्र सरकार भी हरियाणा विरोधी कदम बढ़ा रही है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो इनेलो राज्यव्यापी आंदोलन छेड़ेगी।
इस मौके पर जिला अध्यक्ष अशोक ढ़ाणीमाहु ने कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान व केंद्र सरकार हरियाणा के जल अधिकारों पर डाका डाल रहे है। उन्होंने कहा कि हरियाणा के नहरों में पिछले 45 दिनों से पानी नहीं है, जबकि सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भी पंजाब नहीं मान रहा, लेकिन इसके बावजूद भी केंद्र सरकार चुप बैठी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को तुरंत हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर पंजाब की हरकतों का कड़ा जवाब देना चाहिए तथा हरियाणा को उसके हक का पानी दिलाना चाहिए।
इसके साथ ही उन्होंने मांग की कि पंजाब के सीएम द्वारा भाखड़ा डैम में तालाबंदी कर संघीय ढ़ांचे के खिलाफ की गई कार्रवाई के विरोध में एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए।
इस अवसर पर मा. धर्मपाल ओबरा, कृष्ण मिताथल, अनिल पंघाल, जितेंद्र मिनी गौरीपुर, भूप सिंह, महिला अध्यक्ष सरोज श्योराण, इंदु परमार, शारदा मिश्रा, जगराम, रण सिंह श्योराण, विजेंद्र दुन, दिलबाग चेयरमैन, अनिल सांगवान, जेपी बुडानिया, अशोक मैनेजर, सुभाष धानक, निशांत ढांडा, सतपाल धत्तरवाल, भूपेंद्र कोच, राजेंद्र डीएसओ, राय सिंह, हरनारायण डीएसपी, दीपक वाल्मीकि, विजेंद्र टांक, अनिल काठपालिया, राजेश पुनिया, रोहताश स्वामी, हरकेश नागर, राजबीर बामला सहित अन्य पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।