नवाचार आत्मनिर्भरता को बढावा देता हैं-अजय गुप्ता

 
नवाचार आत्मनिर्भरता को बढावा देता हैं-अजय गुप्ता

भिवानी।

16 अक्टूबर भारतीय हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और बढ़ावा देने के लिए शिल्पकारी छात्राओं का अपना एक अनूठा योगदान रहा है।

इसी के तहत  एक दिवसीय शिल्पकारी प्रदर्शनी स्थानीय आदर्श महिला महाविद्यालय में आयोजित की गई।

प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय कुलपति, प्रो. दीप्ति धर्माणी व महाविद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष अजय गुप्ता के कर कमलों द्वारा दीप प्रज्वलन व मंत्रोच्चारण द्वारा किया गया।
प्रो. धर्माणी ने कहा कि नवाचार व कौशल निर्माण सुदढ़ उद्यमशीलता के महत्वपूर्ण घटक हैं जो आज प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं ने प्रदर्शित किए।

महाविद्यालय में लगाई गई प्रदर्शनी के माध्यम से छात्राओं को आत्मनिर्भर व स्वाभलंम्बी बनाने का मंच प्रदान किया गया है। छात्राओं द्वारा बनाएं गए उत्पाद अत्यंत ही सराहनीय हैं। बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट का उचित प्रयोग छात्राओं द्वारा किया गया हैं।
अजय गुप्ता ने कहा- भारत की समृद्ध विरासत को शिल्पकारी छात्राओं के माध्यम से एक मंच पर साथ लाना वास्तव में सराहनीय पहल है।

यहां प्रदर्शित ‘आर्टवर्क’ की विविधता हमारे देश को परिभाषित करने वाली शिल्पकला का सच्चा उत्सव है।
शिवरतन गुप्ता ने कहा कि टाई एंड डाई से लेकर बांधनी के जीवंत रंगों तक, हर एक प्रोडक्ट परंपरा, रचनात्मकता और हमारी छात्राओं की भावनाओं को प्रदर्शित करता है। यह प्रदर्शनी सिर्फ प्रोडक्ट्स के शोकेस से कहीं अधिक है। यह उस कला और संस्कृति को भी ट्रिब्यूट है, जिससे भारत की विश्व में पहचान है।
बेस्ट आउट ऑफ वेस्ट एवं प्रकृति संरक्षण का संदेश छात्राओं द्वारा उचित प्रकार दिया गया हैं
महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल ने कहा कि यह पहल छात्राओं को उद्यमशीलता की दिशा में अग्रसर करने और आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास है।

उन्होंने बताया कि महाविद्यालय में स्थापित इनक्यूबेशन सेंटर के माध्यम से छात्राओं को स्वरोजगार अपनाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य छात्राओं की शिल्पकला को आधुनिक उपभोक्ताओं से जोड़ना और सस्टेनेबल फैशन प्रैक्टिसेज को प्रोत्साहित करना है।
प्रदर्शनी में छात्राओं ने पूर्ण रूप से प्राकृतिक व वेस्ट पदार्थाे का प्रयोग करते हुए लगभग 3000 उत्पाद निर्मित किए। जिसमें मुख्यत गृह साज-सज्जा सामग्री, प्राकृतिक सौदर्य प्रसाधन, टाई ऐंड डाई की साडियाँ व सूट चद्दरें, पैटिग, दीए व कढाई बुनाई के उत्पाद इत्यादि रहें।

प्रदर्शनी में जिले के गणमान्य व्यक्तियों ने शिरकत कर छात्राओं का मनोबल बढाया। महाविद्यालय समिति उपाध्यक्ष सुनीता गुप्ता, कोषाध्यक्ष सुंदरलाल अग्रवाल, पवन बुवानीवाला, शारदा अग्रवाल, रीना तनेजा, डॉ. माया यादव, डॉ. रजनी राघव, मीनाक्षी अग्रवाल, की उपस्थिति ने छात्राओं को प्रोत्साहित किया। प्रदर्शनी का आयोजन महाविद्यालय प्राचार्या डॉ. अलका मित्तल के दिशा निर्देशन में डॉ अर्पणा बत्रा द्वारा किया गया। जिसमें महाविद्यालय की प्राध्यापिकाओं का सहयोग रहा।