UPSC में चयनित जितेंद्र का हुआ जोरदार स्वागत

चरखी दादरी।
यूपीएससी में सफलता पाने वाले चरखी दादरी जिले के गांव मांढी पीरानू निवासी जितेंद्र का शुक्रवार को गांव पहुंचने पर जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान बाढड़ा से पूर्व विधायक सुखविंद्र सिंह मांढी सहित ग्रामीणों ने उनका फूल मालाओं से स्वागत किया और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। ग्रामीणों ने उनकी इस उपलब्धि पर खुशी जताते हुए उन्हें बधाई दी।
599 वीं रैंक प्राप्त की बता दे कि यूपीएससी परीक्षा में जितेंद्र को 599वीं रैंक मिली है। जितेंद्र ने बारहवीं तक की पढ़ाई क्षेत्र के प्राइवेट स्कूलों से प्राप्त की । बारहवीं के बाद उन्होंने एनडीए में दाखिला लिया। अंतिम सत्र में चिकित्सकीय कारण के चलते बोर्ड आउट हो गए। हालांकि इस कठिन समय में ना तो उन्होंने हार मानी और ना ही उनके माता-पिता मायूस हुए। उनके माता पिता ने जितेंद्र कुमार पर विश्वास रखा और उन्हें पूरे मनोबल से समर्थन दिया। जितेंद्र ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय,जेएनयू दिल्ली से अपनी उच्च शिक्षा जारी रखते हुए स्वयं ही यूपीएससी की तैयारी शुरू की। वर्तमान में वह राजनीति विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध विषय में पीएचडी कर रहे हैं।
इसी दौरान उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 599वीं रैंक प्राप्त की है। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं बाढड़ा से पूर्व में विधायक रहे सुखविद्र सिंह मांढी सहित ग्रामीणों ने गांव पहुंचने पर जितेंद्र का स्वागत किया।
पूर्व विधायक ने कहा कि एक किसान परिवार से होकर जितेंद्र ने शानदार सफलता हासिल की है जो ग्रामीण क्षेत्र व किसान परिवार से संबंध रखने वाले बच्चों के लिए प्रेरणादायक है। जितेन्द्र कुमार ने अपनी उपलब्धि का श्रेय अपने परिवार के साथ साथ अपने गुरुजनों को दिया और उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि बच्चों पर माता - पिता को विश्वास करना होगा ।
कभी-कभी एक प्रयास में बड़ी सफलता नहीं मिलती तो विश्वास बनाए रखना होगा और उसे आगे अवसर देना चाहिए । उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि लड़कियों की शिक्षा पर भी माता पिता को और अधिक देना चाहिए । उन्होंने कहा कि दादरी जिले से तीन व्यक्तियों ने यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है जिसमें दो लड़कियां है । इसलिए आज अवसर मिलने पर लड़कियां भी हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं ।
युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि अपने माता - पिता के संपर्क में रहना चाहिए और उनके दिखाए गए मार्ग से आगे बढ़ना चाहिए, क्योंकि माता पिता कभी बच्चे का बुरा नही कर सकते । आज जो युवा बाहर पढ़ने जा रहे हैं उनको अपने लक्ष्य को केन्द्र में रखकर पढ़ाई करनी चाहिए । कुछ युवा बाहर जाकर नशे की लत में पड़ जाते हैं ।