दादरी में झुग्गियां हटाने के सदमें में युवक की मौत

चरखी दादरी में अगले सप्ताह झुग्गियां हटाने की तैयारी हैं। इसके लिए उनकी झुग्गियों को हटाने के लिए अनाउसमेंट किया जा रहा है। झुग्गी वालों का कहना है कि एक मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति ने वाइस चेयरमैन की गाड़ी पर पत्थर फेंक दिया था जिसके बाद ये सब मामला शुरू हुआ है और सभी मिलकर उनका आशियाना उजाड़ने पर लगे हुए हैं।
झुग्गियों को बचाने के लिए वे डीसी के पास पहुंचे और लिखित में ज्ञापन देकर बताया कि इस सदमे में एक युवक की मौत हो चुकी है। उन्होंने डीसी से उनकी झुग्गियां बचाने की गुहार लगाई है।
वाइस चेयरमैन की गाड़ी पर पत्थर फेंकने से शुरू हुआ मामला
डीसी से मिलने पहुंचे लोगों ने डीसी निवास के बाहर बताया कि कुछ दिन पहले झुग्गी में रहने वाले एक व्यक्ति ने नगर परिषद के वाइस चेयरमैन संदीप फोगाट की गाड़ी पर पत्थर फेंक दिया था। जिससे कोई नुकसान भी नहीं हुआ था, लेकिन उसके बाद से उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है। सभी मिलकर उनकी झुग्गियां उखाड़ने में लगे हुए हैं। नगर परिषद की गाड़ी द्वारा आकर अनाउसमेंट की जा रही है कि आपके पास 19 अप्रैल तक का समय है आप झुग्गियां खाली करो।
उनकी करीब 300 झुग्गियां है जिनमें से करीब 150-200 बच्चे स्कूल जाते हैं। वे दूसरे स्थान पर जाने के हालात में नहीं हैं। इसलिए डीसी से मिलने पहुंचे है। इससे पहले 8 अप्रैल को झुग्गियां हटाने की पूरी तैयारी कर ली गई थी और कार्रवाई के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट भी नियुक्त कर दिया गया था। लेकिन ऐन वक्त पर किसी कारणवश कार्रवाई को रोक दिया गया था।
सदमे में युवक की मौत डीसी से मिलने पहुंचे झुग्गी में रहने वाले लोगों ने बताया कि एक छोटे से विवाद को इतना बड़ा रूप देकर जिस प्रकार से 40 सालों से रह रहे सैकड़ों लोगों को यहां से निकाला जा रहा है। उससे वे सदमें में हैं। उसी के चलते शुक्रवार को एक युवक सदमा बर्दाश्त नहीं कर पाया और उसकी मौत हो गई। वहीं दूसरे लोग भी गहरे सदमें में है और उन्हें सूझ नहीं रहा कि वे जाए तो कहां जाए।
चेयरमैन-विधायक को जितवाया वे भी नहीं कर रहे मदद झुग्गी में रहने वाले लोगों ने कहा कि उनके सभी कागजात व वोट यहीं के बने हुए है। उनकी करीब 1500 वोट हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय उन्होंने नगर परिषद चेयरमैन और दादरी विधायक को जितवाया है, लेकिन वे भी उनकी मदद नहीं कर रहे हैं।
डीसी को लिखित में देकर करवाया अवगत शुक्रवार को काफी संख्या में लोग अपना लिखित ज्ञापन लेकर डीसी से मिलने उनके निवास स्थान पर पहुंचे थे। मीटिंग चलने के कारण वे काफी देर बाहर बैठे रहे उसके बाद दो लोगों को अंदर बुलाया गया। जिन्होंने डीसी को लिखित में अपना ज्ञापन देकर पूरे मामले से अवगत करवाया और उनकी झुग्गियां बचाने की गुहार लगाई।
डीसी को दिए ज्ञापन में कहा गया कि महेंद्रगढ़ चुंगी परसराम हेतराम स्कूल के पास झुग्गी झोपड़ी में हम घुमंतू जाति के लोग रह रहे है। इन झुग्गी झोपड़ियों में पिछले 40 वर्षों से रह रहे है तथा यहां पर अपना गुजरा बसर कर रहे हैं तथा हमारे यही के आधार कार्ड,फैमिली आईडी आदि बने हुये हैं तथा हमारे बच्चे यही पर स्कूलों में पढ़ रहे हैं यदि इस तरह से हमें यहां से निकाला गया तो हमारे बच्चों का भविष्य खराब हो जायेगा। जब से हमारी इन झुग्गियों को हटाने का ऑर्डर आया है ।
हम सभी बड़े सदमें हैं तथा हमारा एक आदमी जिसका नाम गदर जिसकी उम्र 20 साल है जो कि इस सदमें को बरदाश्त नहीं कर सका तथा इस टेंशन में 11 अप्रैल 2005 को उसकी मौत हो गई। इस प्रकार से हम सभी झुग्गियों वाले बड़े परेशान हैं न हम कोई काम धंधा कर सकते है तथा हमें हर वक्त इसकी टेंशन में रहते हैं हमारा व हमारे बच्चों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।