हरियाणा में बोर्ड परीक्षाओं की मार्किंग शुरू

हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष प्रो. (डॉ.) पवन कुमार एवं सचिव डॉ. मुनीश नागपाल ने कहा कि शिक्षा बोर्ड की सेकेंडरी (शैक्षिक/मुक्त विद्यालय) फरवरी/मार्च-2025 परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू बुधवार से हो गया है। शिक्षा बोर्ड द्वारा सभी 22 जिलों में मूल्यांकन कार्य करवाया जा रहा है।
प्रदेशभर में सेकेंडरी की परीक्षा के लिए 78 मूल्यांकन केंद्र बनाए ए हैं। 7030 अध्यापक मूल्यांकन कार्य के लिए नियुक्त किए हैं। सेकेंडरी की उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य 2 अप्रैल से 22 अप्रैल तक करवाया जाएगा। शिक्षा बोर्ड की वार्षिक परीक्षाएं 27 फरवरी से आरम्भ होकर 29 मार्च को संपन्न हुई हैं।
उन्होंने बताया कि कॉपियों का मूल्यांकन 24 अप्रैल तक होगा। 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन कार्य के लिए लगभग 4812 प्राध्यापक नियुक्त किए हैं। परीक्षा का परिणाम करीब 45 दिनों में घोषित कर दिया जाएगा।
प्रतिदिन 30 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करेंगे अध्यापक उन्होंने बताया कि प्रथम दिन एक उप-परीक्षक/एकल-परीक्षक द्वारा 15 उत्तर पुस्तिकाएं जांच की जानी है। इसके पश्चात प्रतिदिन 30 उत्तर पुस्तिकाओं की जांच की जानी है। उप-परीक्षकों द्वारा जांच की गई कुल उत्तर पुस्तिकाओं में से रेंडमली आधार पर 10 प्रतिशत उत्तर पुस्तिकाओं की जांच मुख्य परीक्षक द्वारा की जानी है। उन्होंने परीक्षकों को निर्देश देते हुए कहा कि उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य निर्धारित समय में गुणवत्तापूर्ण हो, मूल्यांकन में बच्चों के भविष्य के साथ कतई खिलवाड़ ना हो।
मूल्यांकन केंद्रों पर लगाए सीसीटीवी लगाए उन्होंने आगे बताया कि अंकन केन्द्रों के निरीक्षण व निगरानी के लिए बोर्ड अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, बोर्ड सचिव एवं उप-सचिव व सहायक सचिव के उड़नदस्तों का गठन किया गया है। इसके अतिरिक्त प्रथम बार बनाए गए अंकन केंद्रों पर पूर्ण समय निरीक्षण करने के लिए बोर्ड द्वारा पर्यवेक्षक/ऑब्जर्वर भी लगाए गए हैं। प्रत्येक मूल्यांकन केंद्र पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। किस केंद्र पर किस तरह मार्किंग की जा रही है, पूरे अध्यापक उपस्थित हैं या नहीं? इसके अतिरिक्त बोर्ड द्वारा सीसीटीवी व वीडियोग्राफी के माध्यम से लाइव मॉनिटरिंग भी की जा रही है।
5.22 लाख परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा प्रदेशभर में 10वीं व 12वीं की परीक्षाएं करवाने के लिए कुल 1434 परीक्षा केंद्र बनाए थे। इन परीक्षा केंद्र पर लगभग 5 लाख 22 हजार 529 परीक्षार्थी शामिल हुए।