CM सैनी ने कहा-लंगड़े घोड़े हैं राहुल गांधी

 
CM सैनी ने कहा-लंगड़े घोड़े हैं राहुल गांधी

हरियाणा के पलवल में गुरुवार को CM नायब सिंह सैनी ने राहुल गांधी को कांग्रेस का लंगड़ा घोड़ा बताया। दरअसल 4 जून को संगठन विस्तार कार्यक्रम में चंडीगढ़ पहुंचे राहुल गांधी ने हरियाणा कांग्रेस नेताओं को 3 कैटेगरी में बांटते हुए लंगड़ा, बारात और रेस का घोड़ा बताया था।

CM सैनी ने गुरुवार को पलवल की अनाज मंडी में धन्यवाद रैली के दौरान कहा कि राहुल गांधी और हरियाणा कांग्रेस को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए। देश में कांग्रेस का 55 साल राज रहा है। राहुल बाबा खुद अंदाजा लगाएं कि कौन लंगड़ा घोड़ा था, कौन बारात का घोड़ा और कौन रेस का घोड़ा है।

CM ने नायब सिंह सैनी ने कहा कि हरियाणा के कांग्रेसी यहां के लोगों से लूटे पैसे से राहुल गांधी की तिजोरी भरते रहे। जब तक ये ऐसा करते रहे तब तक तो आपको ये आपको रेस के घोड़े दिखाई दे रहे थे, लेकिन जब लूट का पैसा आना खत्म हो गया और हरियाणा की जनता ने कांग्रेस को बाहर का रास्ता दिखा दिया तो अब आपको ये लंगड़े घोड़े दिखाई दे रहे हैं।

सीएम ने कहा कि राहुल गांधी हरियाणा में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक करने लिए पहुंचे थे। कांग्रेस के नेता अभी तक खुद सदमें में हैं कि राहुल गांधी ने ये क्या बोल दिया। देश की जनता ने कांग्रेस को नकार दिया है। कांग्रेस के नेताओं को खुद समझ नहीं आ रहा है कि वो अब क्या करें। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में वो हो रहा है जो इतिहास में किसी भी प्रधानमंत्री के समय में नहीं हुआ।

 CM सैनी ने कहा कि राहुल गांधी लंगड़ा घोड़ा तो राहुल गांधी खुद हैं। हमारे हरियाणा के लोग तो रेस के घोड़े हैं, जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में दौड़ रहे हैं। कांग्रेस के समय में किसानों को कोई सम्मान निधि नहीं दी जाती थी, लेकिन बीजेपी की सरकार ने किसानों को सम्मान के साथ पैसा भी भेजा है।

CM सैनी ने कहा कि आज देश मजबूत हाथों में है। पहलगाम में मारे गए हमारे लोगों का बदला लेने के लिए हमारी सेना ने आतंकवादियों को घर में घुसकर मारा है। हमारा देश आंतक को सहन करने वालों में नहीं है। हमारे देश की सेना आतंक का मुंहतोड़ जबाव देती है।

 4 जून को चंडीगढ़ में पहुंचे राहुल गांधी ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए तीन कैटेगरी में बांटा था। उन्होंने कहा था कि कांग्रेस में तीन तरह के घोड़े होते हैं। रेस के, बारात के और लंगड़े घोड़े। इसके बाद उन्होंने कहा था कि रेस के घोड़ों को दौड़ाया जाएगा। बारात के घोड़ों को बारात में भेजा जाएगा और लंगड़े घोड़ों को थोड़ा चारा-पानी देकर रिटायर कर दिया जाएगा।