11 मई को रात 9:00 बजे से 9:30 बजे तक जिला में होगी ब्लैकआउट की रिहर्सल: डीसी 

 
11 मई को रात 9:00 बजे से 9:30 बजे तक जिला में होगी ब्लैकआउट की रिहर्सल: डीसी 

राष्ट्र की सुरक्षा के चलते जिला प्रशासन ने नागरिकों से सरकार की हिदायतों की पालना करने की अपील

सोशल मीडिया आदि किसी भी प्लेटफार्म पर कोई भी भ्रामक, तथ्यहीन और भड़काऊ प्रचार सामग्री ना डालें

भिवानी:

भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल बने हालातों के मध्यनजर नागरिकों की जागरूकता को लेकर जिला में 11मई रविवार को रात 9:00 बजे से 9:30 बजे तक एक बार फिर ब्लैकआउट की मॉक ड्रिल रिहर्सल जाएगी।

सायरन बजने के साथ ही बिजली ऑफ हो जाएगी। 
               डीसी महाबीर कौशिक ने जिला वासियों से आह्वान करते हुए कहा है कि वे ब्लैकआउट के दौरान सरकार द्वारा जारी की गई हिदायतों की पालना करें। इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से कहा है कि उनको किसी भी तरह डरने या घबराने की आवश्यकता नहीं है, लेकिन नागरिक सावधान और सतर्क जरूर रहें। वहीं दूसरी ओर उन्होंने जिला के लोहारू, सिवानी और तोशाम के एसडीएम को उपमंडल स्तर पर आपदा प्रबंधन नियंत्रण प्लान बनाने और कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने जिला स्तर और उपमंडल स्तर पर नियुक्त अधिकारियों के व्हाट्सएप ग्रुप बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि आवश्यक सूचनाओं के आदान प्रदान में अनावश्यक रूप से देरी न हो।  उन्होंने जिला के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपना मुख्यालय मेंटेन रखें। 
       लघु सचिवालय स्थित डीआरडीए सभागार में डीसी श्री कौशिक ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा जारी आपदा प्रबंधन निर्देशों के तहत आमजन का आपातकालीन स्थिति के दौरान सायरन बजने और ब्लैकआउट के दौरान सतर्क और सावधान रहने के प्रति सजग होना जरूरी है। आमजन के लिए जरूरी है कि वे किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान ना दें, इसके बारे में ग्रामीण अंचल में भी लोगों को जागरूक किया जाए। नागरिक केवल जिला प्रशासन के माध्यम से जारी निर्देशों और हिदायतों पर ध्यान दें। आपात की स्थिति में नागरिकों के किसी प्रकार की मदद के लिए जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है,  जिसका नंबर 01664 241077 है। अग्निशमन की सेवाओं के लिए 112 नंबर पर डायल कर सकते हैं। 
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आपातकालीन स्थिति के दौरान स्वास्थ्य सेवाएं सुचारू रूप से होना सुनिश्चित करें। इसमें सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं के साथ-साथ प्राइवेट अस्पतालों की पहचान करें।

इसी प्रकार से उन्होंने अग्निशमन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की अग्निशमन की गाड़ियां सभी चालू हालत में हों। उन पर चालक और स्टाफ 24 घंटे नियुक्त हो। इस इस पर सिविल सर्जन डॉ रघुवीर शांडिल्य ने बताया कि जिला में इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवाओं के लिए 01664 244108 हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया है, नागरिक जरूरत के समय इस नंबर पर फोन कर सकते हैं। इसके अलावा 104 टोल फ्री नंबर भी है, जिस पर चिकित्सा से संबंधितसेवाओं के लिए संपर्क किया जा सकता है। 
  मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुसार डीसी महावीर कौशिक ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि आपात स्थिति में पानी की समुचित आपूर्ति के साथ-साथ वाटर टैंकों की निगरानी भी हो। ब्लैकआउट के दौरान सामान्य अस्पताल और बहु मंजिला इमारत में लगी लिफ्ट में लाइटों का प्रबंध आवश्यक हो ताकि जरूरत के समय उनका उपयोग हो सके। उन्होंने निर्देश दिए की ब्लैकआउट के दौरान पुलिस गश्त भी की जाए। उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय के कार्यालय में भी हेल्पलाइन नंबर स्थापित करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए आदेशानुसार डीसी ने खाद्य एवं पूर्ति विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे आपातकालीन स्थिति में इस बात की जरूर निगरानी रखें कि नागरिकों से किसी भी वस्तु की निर्धारित कीमत से अधिक पैसे वसूल ना किए जाएं। किसी भी वस्तु की कालाबाजारी ना हो। यदि कोई ऐसा करता है तो उसके खिलाफ नियमानुसार सख्त कार्रवाई की जाए।

आपदा प्रबंधन के तहत विवाह समारोह के दौरान पटाखे आदि चलने पर प्रतिबंध है। ऐसे में नागरिक शादी समारोह में पटाखे और बम आदि ना चलाएं। इसी प्रकार से उन्होंने कहा है कि विवाह समारोह के दौरान फ्लोरिंग लाइट जलने पर भी प्रतिबंध है। सभी बैंकेट हॉल आदि विवाह समारोह स्थल संचालक सरकार की हिदायतों की पालना करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा है कि आदेशों की अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल मिलाई जाएगी। 

सोशल मीडिया पर किसी भी तरह की भ्रामक, तथ्यहीन और भड़काऊ प्रचार सामग्री ना डालें

डीसी कौशिक ने अपील की है कि व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक, इंस्टाग्राम या अन्य सोशल मीडिया के किसी भी प्लेटफार्म पर कोई भी व्यक्ति तथ्यहीन, भ्रामक या भड़काऊ प्रचार सामग्री ना डालें। जब भी राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था की बात आती है तो प्रत्येक नागरिक का फर्ज बनता है कि वे देश की रक्षा और सुरक्षा में अपना हर संभव सहयोग दें। ऐसे में मीडिया का दायित्व और अधिक बढ़ जाता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस की साइबर सेल द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की निगरानी की जा रही है। भड़काऊ, तथ्यहीन या भ्रामक प्रचार सामग्री डालने वालों पर पैनी नजर है। ऐसा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। उन्होंने नागरिकों से भी आह्वान किया है कि वे झूठी खबरों पर ध्यान ना दें। 

मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने भी दिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश
शनिवार को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने भी वीसी के माध्यम से जिलाधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने सभी उपायुक्त को निर्देश दिए कि वे आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए सभी जरूरी प्रबंध पुख्ता करें और हर तरफ से निगरानी की जाए।  आपातकाल की स्थिति के दौरान नागरिकों के लिए खाद्य सामग्री, चिकित्सा सेवाएं,  तेल ईंधन आदि जरूरी सुविधाओं का होना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही जरूरी सेवाओं की सख्त निगरानी भी की जाए। उन्होंने निर्देश दिए की जिला अधिकारियों में किसी भी स्तर पर कोई कम्युनिकेशन गैप ना हो। 
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आपात स्थिति के दौरान पूर्व सैनिकों, सेवानिवृत चिकित्सकों, सामाजिक संस्थाएं, युवाओं या अन्य जरूरी कार्यों में दक्षता हासिल करने वाले इच्छुक वालंटियर के लिए 12 मई से cdwarriors.gov.in नाम से पोर्टल शुरू होगा, जिस पर सेवाएं देने के लिए पंजीकरण किया जा सकता है। 

बैठक के दौरान पुलिस अधीक्षक मनबीर सिंह, एडीसी डॉ मुनीश नागपाल, एसडीएम भिवानी महेश कुमार,  एसडीएम सिवानी वीरेंद्र सिंह, एसडीएम तोशाम अश्वीर नैन,  एसडीएम लोहारू मनोज कुमार दलाल, सिविल सर्जन रघुवीर शांडिल्य, डीआरओ सुरेश कुमार, नगर परिषद ईओ राजाराम, जिला रेड क्रॉस सचिव प्रदीप हुड्डा और जिला आपदा प्रबंधक परवीन कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे। 

ब्लैकआउट के दौरान नागरिक सरकार द्वारा जारी हिदायतों की पालना करें। 
लाइटों को बंद करने और घर आदि सुरक्षित स्थान पर रहने में नागरिक पूर्ण सहयोग करें। इसे राष्ट्र के प्रति अपना फर्ज और दायित्व समझें।

- ब्लैकआउट की घोषणा होने/सायरन चालू होने पर गैस/बिजली के उपकरण बंद कर दें।
- ब्लैकआउट के दौरान नागरिक घर के अंदर रहें और खिड़कियों से दूर रहें। अगर आप गाड़ी चला रहे हैं तो अपने वाहन को सडक़ किनारे पर गाड़ी पार्क करें और लाइटें बंद कर दें। जहां हैं वहीं रहें और इधर-उधर न जाएं।
- अलर्ट के दौरान सभी इनडोर और आउटडोर लाइटें बंद कर दें। इन्वर्टर या वैकल्पिक बिजली आपूर्ति को डिस्कनेक्ट कर दें।
- बच्चों, बुजुर्गों और पालतू जानवरों की हर समय निगरानी की जाए।
- खिड़कियों के पास फोन या एलईडी डिवाइस का इस्तेमाल न करें।
- मोटे पर्दे का इस्तेमाल करें या खिड़कियों को कार्ड बोर्ड/पैनल से ढकें।
- व्हाट्सएप या सोशल मीडिया पर असत्यापित जानकारी न फैलाएं।
- अपनी प्रतिक्रिया स्थानीय आरडब्ल्यूए या प्रशासन के साथ साझा करें।
- अपने आस-पास के बच्चों या बुजुर्गों से बात करें।
- दुकानदार अपनी दुकान के सामने लगे साइन बोर्ड पर सभी लाइट बंद करें।