हिसार में रिटायर्ड नर्स गिरफ्तार, बिना पंजीकरण कर रही थी गर्भपात
हिसार के खेड़ी चौपटा गांव में स्वास्थ्य विभाग की पीएनडीटी टीम ने अवैध गर्भपात के एक मामले का पर्दाफाश किया है। टीम ने रिटायर्ड नर्स मंजीत को गिरफ्तार किया है।
आरोपी बिना किसी वैध पंजीकरण के गर्भपात कर रही थी।
पीएनडीटी नोडल अधिकारी डॉ. अनामिका बिश्नोई के नेतृत्व में की गई कार्रवाई में एक पीड़िता की शिकायत के आधार पर छापा मारा गया। पीड़िता ने बताया कि आरोपी नर्स ने साढ़े छह हजार रुपए लेकर गर्भपात का वादा किया था।
कुछ दिन बाद बिगड़ी तबीयत
डॉ. बिश्नोई ने बताया कि विभाग को गुप्त सूचना मिली थी कि खेड़ी चोपटा में एक महिला ने रिटायर्ड नर्स से गर्भपात करवाया है। जब पीड़िता से संपर्क किया गया तो उसने बताया कि रिटायर्ड नर्स मंजीत ने उससे साढ़े छह हजार रुपए लेकर अवैध तरीके से गर्भपात कराने का वादा किया। महिला के अनुसार नर्स ने उसे गोलियां दीं और औजारों का भी इस्तेमाल किया।
गर्भ में मिला तीन महीने का भ्रूण
नर्स ने उनको झूठ बोल दिया की आपका गर्भपात हो गया है। जब कुछ दिन बाद महिला की तबीयत बिगड़ी तो उसने अपने पति के साथ अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट में सामने आया कि गर्भ में साढ़े तीन महीने का भ्रूण अभी भी मौजूद है। इस पर जब महिला ने नर्स से दोबारा बात की तो नर्स ने कहा कि जुड़वां बच्चे थे, एक निकाल दिया था, दूसरा भी खुद निकल जाएगा।
दवाइयां, औजार और दस्तावेज बरामद
पीड़ित अनीश की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की और स्वास्थ्य विभाग की टीम ने पीड़िता को नर्स के पास भेजा और उसके बाद वहां पर रेड की। वहां आरोपी नर्स मौके पर मौजूद मिली। छापे के दौरान टीम ने दुकान से गर्भपात से संबंधित दवाइयां, औजार और अन्य दस्तावेज भी जब्त किए। इसके बाद पीड़िता की हालत बिगड़ने पर उसे मिर्चपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया, जहां मृत भ्रूण का प्रसव हुआ।
नारनौंद थाने में मामला दर्ज
आरोपी नर्स के खिलाफ नारनौंद थाने में मामला दर्ज किया गया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। यह कार्रवाई सिविल सर्जन डॉ. सपना गहलावत के निर्देश पर की गई, जिसमें डॉ. विक्रम गोरिया और पुलिस टीम भी मौजूद थी।
महिला के पास नहीं था पंजीकरण
डॉ. अनामिका बिश्नोई ने कहा कि महिला के पास एमटीपी एक्ट के तहत आवश्यक पंजीकरण नहीं था और इस प्रकार का गर्भपात पूरी तरह से गैरकानूनी है। उन्होंने आमजन से अपील की कि यदि कहीं भी भ्रूण लिंग परीक्षण या अवैध गर्भपात की जानकारी मिले तो तुरंत विभाग को सूचित करें।
सूचना देने वाले का नाम और पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाएगी। भ्रूण हत्या अपराध है, इसे रोकने में सबकी भागीदारी जरूरी है।

