भिवानी के समाजसेवियों ने एचटेट परीक्षार्थियों और पुलिसकर्मियों को पिलाई राहत की बूंदें
भिवानी :
हरियाणा शिक्षक पात्रता परीक्षा (एचटेट) के पहले दिन बुधवार को भिवानी में एक मार्मिक दृश्य देखने को मिला, जहां शहर के अनेक व्यापारियों व समाजसेवियों ने मिलकर हजारों परीक्षार्थियों और सैकड़ों पुलिसकर्मियों के लिए दाल, चावल व रोटी की डाईट की उत्तम व्यवस्था की।
स्थानीय चौ. बंसीलाल विश्वविद्यालय के समीप लगाई गई स्टॉल पर दिन भर राहत की बयार बहती रही, जब इन नेकदिली लोगों ने परीक्षा के तनाव के बीच दाल, चावल व रोटी की डाईट की सुविधा प्रदान की। केवल परीक्षार्थी ही नहीं, बल्कि परीक्षा ड्यूटी में तैनात सैकड़ों पुलिसकर्मी भी इस सुविधा से लाभान्वित हुए। दिन भर कानून-व्यवस्था बनाए रखने और भीड़ को नियंत्रित करने में जुटे पुलिसकर्मियों के लिए यह जलपान व्यवस्था एक बड़ी राहत लेकर आई। परीक्षार्थियों व पुलिसकर्मियों की सेवा में कॉस्मेटिक एसोसिएशन भिवानी के प्रधान अभिषेक बंसल, सामाजिक कार्यकर्ता विकास सिंगला, सामाजिक कार्यकर्ता रोहित बासिया, ऋषभ बंसल, शिवम जैन, प्रकाश मित्तल, सतीश बेरेलिया, आनंद गोयल ने अपना सहयोग दिया।
इस बारे में कॉस्मेटिक एसोसिएशन भिवानी के प्रधान अभिषेक बंसल व सामाजिक कार्यकर्ता विकास सिंगला ने बताया कि एचटेट परीक्षा हरियाणा के कोने-कोने से अभ्यर्थियों को भिवानी में खींच लाती है तथा अक्सर उन्हे परीक्षा केंद्रों के बाहर घंटों इंतजार करना पड़ता है।
ऐसे में गर्मी और थकान परीक्षार्थियों के लिए एक अतिरिक्त चुनौती बन जाती है। इस चुनौती को समझते हुए भिवानी के व्यापारियों व समाजसेवियों ने एकजुटता का परिचय दिया तथा स्थानीय सीबीएलयू के बाहर एक स्टॉल लगाकर परीक्षार्थियों व परीक्षा ड्यूटी में तैनात पुलिसकर्मियों के लिए दाल, चावल व रोटी की डाईट की सुविधा प्रदान की।
कॉस्मेटिक एसोसिएशन भिवानी के प्रधान अभिषेक बंसल व सामाजिक कार्यकर्ता विकास सिंगला ने बताया कि उनका उद्देश्य केवल पानी या भोजन उपलब्ध कराना नहीं था, बल्कि परीक्षार्थियों व पुलिसकर्मियों को यह महसूस कराना था कि इस तनावव व थकानपूर्ण समय में भी समाज उनके साथ खड़े हैं तथा एक निवाला भी उनके मनोबल को बढ़ा सकता है।
इस मौके पर सिटी थाना एसएचओ सत्यनारायण व ट्रैफिक एसएचओ सुरेश कुमार ने कहा कि भिवानी के व्यापारियों व समाजसेवियों की यह पहल सामुदायिक भावना और परोपकारिता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
विपरीत परिस्थितियों में एक-दूसरे का साथ देना और निस्वार्थ भाव से सेवा करना ही मानवीयता की असली पहचान है। उन्होंने कहा कि इन समाजसेवियों ने ना केवल हजारों लोगों की प्यास बुझाई, बल्कि उन्हें यह संदेश भी दिया कि भिवानी शहर हर कदम पर उनके साथ है। यह पहल निश्चित रूप से दूसरों को भी इसी तरह के नेक कार्यों के लिए प्रेरित करेगी।

