सुमेर सिंह आर्य व धर्मबीर भाटी निर्विरोध चुने गए एसकेएस के प्रधान व सचिव 

 
सुमेर सिंह आर्य व धर्मबीर भाटी निर्विरोध चुने गए एसकेएस के प्रधान व सचिव 

भिवानी:

अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी फेडरेशन से संबंधित सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा की जिला भिवानी का 70वां प्रतिनिधि सम्मेलन स्थानीय बड़ चौक स्थित मैकेनिकल-41 के कार्यालय पर शनिवार को राज्य प्रधान धर्मबीर फौगाट के निगरानी में संपन्न हुआ।

इसमें प्रधान पद पर सुमेर सिंह आर्य, सचिव धर्मबीर भाटी, कोषाध्यक्ष सुरेंद्र दिनोद, वरिष्ठ उपप्रधान सूरजभान जटासरा, उपप्रधान जोगेंद्र पिलानिया, उपप्रधान कुमारी अनिता, ऑडिटर रमेश कांगड़ा, प्रैस सचिव जितेेंद्र कौशिक आईटीआई को सर्वसम्मति से चुना गया।
     सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य प्रधान धर्मबीर फौगाट ने बताया कि सत्ता पर काबिज हुई भाजपा सरकार ने अपने घोषणा पत्र में हरियाणा के कर्मचारियों की प्रमुख मांगों में गेस्ट टीचरों, सफाई कर्मचारियों सहित सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों की सेवा, सुरक्षा देने व समान काम-समान वेतन देने, वेतन विसंगियां दूर करने, शोषण व भ्रष्टाचार बढ़ाने वाली ठेका प्रथा की नीतियों की समीक्षा कर उन्हे रद्द करने का वायदा किया था।

इन वायदों का लाभ भाजपा को तो मिला, लेकिन प्रदेश के कर्मचारियों को सिर्फ सरकार की वायदा खिलाफी ही झेलनी पड़ी।
     इस मौके पर नवनिर्वाचित कमेटी ने संयुक्त ब्यान में कहा कि ठेका प्रथा, निजीकरण, फ्रेंचाईजी जैसे कार्यक्रम सरकारी विभागों को तोडक़र किया जा रहा है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा देने वाली प्रदेश सरकार ने बेटियों की शिक्षा पर हमला बोलते हुए 183 राजकीय कन्या माध्यमिक व हाई स्कूलों को मर्जर के नाम पर बंद कर दिया।

इसी प्रकार से बिजली जैसे महत्वपूर्ण विभाग को निजी हाथों में सौंपने का कार्य किया जा रहा है। जो चार लेबर कोड आए है, उनमें स्मार्ट मीटर लगाना प्रमुखता से सरकार ने लिया है। जो कि किसी भी सूरत में जनता के हक में नहीं होंगे। अगर सरकार इस प्रकार का कार्य करती है तो इसका खामियाजा भी सरकार को भुगतना होगा।
      इस अवसर पर भिवानी खंड, तोशाम खंड, बवानीखेड़ा खंड, लोहारू खंड, बहल खंड, जुई खंड व सिवानी खंड ने बढ़-चढक़र भाग लिया।