पीडि़त निवेशकों ने एक मई को संसद घेराव व राष्ट्रव्यापी आंदोलन की रूपरेखा की तैयार

भिवानी:
पीएसीएल, आदर्श कॉपरेटिव सोसायटी, सहारा इंडिया, किमफ्यूचर विजन सर्विस लिमिटेड, नेटर कर्मिशियल स्टेट लिमिटेड, विनायक होम, कलपतरू, समृद्धि जीवन, गौपैथी स्वदेशी उद्योग सहित विभिन्न चीटफंड कंपनियों के पीडि़त निवेशकों की प्रदेश स्तरीय बैठक रविवार को ठगी पीडि़त जमाकर्ता परिवार (तपजप) संगठन के बैनर तले स्थानीय स्थानीय हुडा पार्क में आयोजित की गई। बैठक में बतौर मुख्य वक्ता तपजप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदनलाल आजाद व किसान व मजदूर नेता कामरेड ओमप्रकाश पहुंचे तथा बैठक को संबोधित किया।
बैठक को संबोधित करते हुए तपजप के राष्ट्रीय अध्यक्ष मदनलाल आजाद ने कहा कि सरकार पीडि़त निवेशकों की जमापंूजी उन्हे ना लौटाकर उनके साथ भद्दा मजाक कर रही है। उन्होंने कहा कि पिछले करीबन 10 वर्षो से पीडि़त निवेशक अपनी जमापूंजी वापिस मिलने की आस में सरकार से गुहार लगा रहे है तथा इस दौरान वे जनप्रतिनिधियों के दरों की धूल फांककर थक चुके है।
यहां तक कि जमापूंजी के इंतजार में लगभग 10 वर्षो के दौरान देश के लगभग पांच लाख नागरिक एवं 1200 सैनिक आत्महत्या कर चुके है, लेकिन इसके बावजूद भी सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग नही। जिसके चलते पीडि़त निवेशकों में रोष है तथा उन्होंने एक मई को राष्ट्रव्यापी धरने प्रदर्शन का ऐलान किया है।
इस मौके पर तपजप के प्रदेश प्रधान रामजस ने कहा कि पीडि़त निवेशकों की जमापूंजी वापिस दिलवाने के लिए बड्स एक्ट-2019 के तहत प्रत्येक जिला मुख्यालय पर कार्यालय खोले गए थे। जिसके तहत 180 दिन में जमापूंजी वापिस दिलवाए जाने का प्रावधान था, लेकिन करीबन 15 माह से कार्यालय खुलने के बावजूद भी पीडि़त निवेशकों की जमापूंजी नहीं मिल पाई।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि या तो सरकार 30 अप्रैल तक चीटफंड कंपनियों के निवेशकों की जमापूंजी उन्हे लौटाए, नहीं तो एक मई को संसद का घेराव कर देश भर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस मौके पर कामरेड ओमप्रकाश ने कहा कि न्यायालय ने कंपनियों की प्रोपर्टी जब्त कर भुगतान के आदेश दिए थे, लेकिन सरकार इस दिशा में कदम नहीं बढ़ा रही।
उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि पूरी जांच-पड़ताल करके ही ऐसी कंपनियों को लाईसेंस देना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए कि अपना कर्तव्य निभाते हुए आमजन की पूंजी उन्हे लौटाई जाए।
उन्होंने कहा कि वे चीटफंड कंपनियों के पीडि़त निवेशकों के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर साथ देंगे। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने पीडि़त निवेशकों की मांग पूरी नहीं की तो एक मई को होने वाले राष्ट्रव्यापी आंदोलन में वे बढ़-चढक़र हिस्सा लेंगे।
इस अवसर पर जिला प्रधान रमेश तंवर, उपप्रधान व मीडिया प्रभारी राजेश बडाला, सचिव राजकुमार वर्मा, विजय रोहिल्ला, चंद्रपाल चौहान, मदन गोपाल, प्रदीप शर्मा, उमेद रानिला, सुखबीर रांगी, सुरेश कुमार, तकनीकी सलाहकार पवन सिरसा घोघड़ा, अजीत घणघस, ईश्वर, महिला प्रधान बिमला हालुवास, सुमिता डोहकी, पताशो देवी, बबीता सहित अन्य पीडि़त निवेशक मौजूद रहे।