AI टेक्नोलॉजी के दुष्प्रभाव को टेक्नोलॉजी से ही किया जा सकता हैं दूर - डॉ अश्वनी गोयल

भिवानी।
टेक्नोलॉजी इंस्टिट्यूट ऑफ़ टैक्सटाइल एंड साइंसेज में आज राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस के अवसर पर हरियाणा राज्य विज्ञान नवाचार और प्रौद्योगिकी परिषद के सहयोग से एक दिवसीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक एवं तकनीकी जागरूकता को बढ़ाना नवाचार के प्रति रुचि उत्पन्न करना और उन्हें समसामयिक तकनीक प्रवृत्तियों से जोड़ना था कार्यक्रम में आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर जीबी रमन्ना मुख्य अतिथि एवं आईआईटी दिल्ली के प्रोफेसर मन मंदिर सहरिया सम्मानित अतिथि के रूप में उपस्थित रहे ।
वही इस अवसर पर कार्यक्रम के समन्वयक डॉक्टर अश्वनी गोयल ने जानकारी देते हुए बताया कि सरकार के निर्देशानुसार राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस पर तकनीकी कार्यशाला का आयोजन किया गया है। उन्होंने आधुनिक युग में टेक्नोलॉजी की महत्वता और ए आई की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज युद्ध में भी AI टेक्नोलॉजी का उपयोग पूरे विश्व भर में दिखाई दे रहा है।
केंद्र सरकार भी इस तरह के कार्यक्रम और कार्यशालाओं को बढ़ावा देकर आने वाली पीढ़ी को टेक्नोलॉजी से जोड़ने का कार्य कर रही है ।
वहीं उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के इस आधुनिक युग में AI के कई तरह के नुकसान भी है जिनको टेक्नोलॉजी के माध्यम से ही दूर किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि देश के भविष्य निर्माण में युवाओं को तकनीकी से जोड़कर एक मजबूत नींव रखी जा सकती है।