साहिबजादों का बलिदान युगों तक देता रहेगा प्रेरणा : रीतिक वधवा
भिवानी
गुरु गोबिंद सिंह के छोटे साहिबजादों, बाबा जोरावर सिंह, बाबा फतेह सिंह और माता गुजरी के असाधारण साहस और बलिदान को याद करते हुए देश 'वीर बाल दिवस' मना रहा है।
भिवानी में भी भाजपाइयों ने वीर बाल दिवस’ पर गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान को नमन किया | नमन करते हुए भाजपा के पूर्व प्रदेश सह मीडिया प्रमुख रीतिक वधवा ने कहा कि जब शहादत की चर्चा होती है, तो मन दुख, पीड़ा और शोक से भर जाता है, क्योंकि जिन बच्चों ने जीवन को ठीक से देखा भी नहीं था, वे शहीद हो गए।
लेकिन इसके साथ ही गर्व भी होता है कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपने चारों साहिबजादों को न्योछावर कर दिया। इसी कारण गुरु गोबिंद सिंह जी को ‘सरवंश दानी’ कहा जाता है।
उन्होंने कहा कि देश के युवाओं को गुरु गोबिंद सिंह जी और उनके साहिबजादों के जीवन एवं बलिदान के बारे में अवश्य जानना चाहिए। इतिहास का उल्लेख करते हुए रीतिक वधवा ने कहा कि मुगलों का आक्रमण बाबर के समय शुरू हुआ था, जिसका गुरु नानक देव जी ने विरोध किया। यह संघर्ष गुरु नानक देव जी से लेकर गुरु गोबिंद सिंह जी तक निरंतर चलता रहा।
उन्होंने कहा कि औरंगजेब के अंतिम काल में दशम गुरु का समय था और मुगल शासन का पतन भी गुरुओं के जीवनकाल में ही हुआ। उन्होंने कहा कि गुरु नानक देव जी काबा और तमिलनाडु तक गए और समाज से अंधविश्वास दूर करने का संदेश दिया। भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक तिगड़ी ,भूपेंद्र सैन तिगड़ी, धर्मेंद्र अरोड़ा, अतुल, सोनू तंवर ने भी वीर बाल दिवस’ पर गुरु गोबिंद सिंह जी के साहिबजादों के बलिदान को नमन किया |

