न्याय की मांग को लेकर पीडि़ता की मां व चाची 17 से शुरू करेंगी आमरण अनशन 

 
न्याय की मांग को लेकर पीडि़ता की मां व चाची 17 से शुरू करेंगी आमरण अनशन 

भिवानी :

भिवानी पुलिस द्वारा किस प्रकार का कानून को ठेंगा दिखाया जा रहा है, इसका उदाहरण एफआईआर दर्ज होने के 20 दिन बाद भी रेप के आरोपी संजय कुमार के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई ना होना और इस अधिकारी का अभी तक ड्यूटी पर होना दर्शाता है कि भिवानी में कानून का कोई राज नहीं है। इस अधिकारी का भय एसपी ऑफिस तक है और ये सरेआम धमकी दे रहा है कि पीडि़त का परिवार उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अब इस मुद्दे को लेकर सामाजिक संगठनों ने न्याय मोर्चा के बैनर तले न्याय की मुहिम को और तेज करने का फैसला किया है।
     करीब 6 माह पहले इस पुलिस अधिकारी ने अपने सगे भाई की लडक़ी के साथ रेप किया, जिसका सबूत ये लडक़ी को स्कूल से लेकर गया, जहां इसके साईन है और किसी सुनसान जगह पर जाकर उसका रेप किया। दूसरी बार भी दुष्कर्म का प्रयास किया, लेकिन पीडि़ता के मना करने के बाद उसकी सहेलियों ने अपनी अध्यापिका को बताई तथा अध्यापिका ने पीडि़ता की माता को स्कूल में बुलाकर मामले से अवगत करवाया। जब परिवारजन इसकी शिकायत लेकर संजय कुमार के घर गए तो आरोपी की पत्नी सुमन, लडक़ा सागर व बिट्टू ने पीडि़ता के मां पर हमला किया और उसे घर से भगा दिया। बात यही तक नहीं, बल्कि संजय ने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए लडक़ी के सगे चाचा मीनू पर झूठी एफआईआर दर्ज करवा दी और धमकियां दी कि या तो केस उठा लो, नहीं तो वे गिरफ्तार करवा देंगे।
     प्रजापति समाज की पीडि़ता की इज्जत इस पुलिस अधिकारी ने तार-तार कर दी। फिर भी समाज के लोग खुलकर पीडि़ता के पक्ष में नहीं आ रहे, क्योंकि आरोपी का प्रभाव व पैसा ही इतना है। पिछड़ा वर्ग के नेता राजेंद्र तंवर ने कहा कि 17 मार्च से पीडि़ता की मां व उसकी सगी चाची दोनों आमरण अनशन पर बैठेंगी और तीन बजे पूरे शहर में मोमबत्तियां जलाकर प्रदर्शन किया जाएगा। अगर पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो इस मामले में जिला प्रशासन को भी हम पार्टी बनाएंगे।