गांव बीरण की बेटी शाईना ने सियोल में लहराया परचम 

 
गांव बीरण की बेटी शाईना ने सियोल में लहराया परचम 

भिवानी :

जिला के गांव बीरण ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि प्रतिभा किसी पहचान की मोहताज नहीं होती। शिक्षा और खेल के क्षेत्र में इस गांव के युवा देश और प्रदेश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी अपना परचम लहरा रहे हैं। इसी कड़ी में गांव की बेटी शाईना ने उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक असाधारण उपलब्धि हासिल की है। शाईना का चयन दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल में मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन के लिए 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के तहत हुआ है। शाईना की इस उपलब्धि पर ग्रामीणों ने उसे सम्मानित किया, जो गांव के सामूहिक गर्व और खुशी को दर्शाता है। यह सम्मान न केवल शाईना के लिए प्रेरणा का स्रोत है, बल्कि गांव के अन्य बच्चों को भी बड़े सपने देखने और उन्हें पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
     शाईना के दादा मान सिंह फौगाट, दादी कमला देवी, पिता सुनील फौगाट व माता सुषमा देवी ने बताया कि शाईना को दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल की होसियो यूनिवर्सिटी में मास्टर इन बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन (एमबीए) के लिए 100 प्रतिशत स्कॉलरशिप के तहत चुना गया है। यह सिर्फ एक स्कॉलरशिप नहीं, बल्कि देश भर के प्रतिभाशाली छात्रों के बीच उनकी मेधा और कड़ी मेहनत का प्रमाण है। उन्होंने बताया कि शाईना ने फ्री सीट के लिए हुई कड़ी प्रतिस्पर्धा में देश भर के बच्चों को पछाड़ते हुए, 40 चयनित विद्यार्थियों की सूची में अपनी जगह बनाई है। यही नहीं इस छात्रवृत्ति के लिए होसियो यूनिवसिर्टी में विश्व भर से मात्र 11 बच्चे चुने गए, जिसमें गांव बीरण की शाईना भारत की एकमात्र छात्रा है। बता दे कि शाईना ने 10वीं कक्षा 87 प्रतिशत अंकों के साथ गांव बीरण के पब्लिक स्कूल से तथा 88 प्रतिशत अंकों के 12वीं कक्षा ढ़ाणीमाहु के यदुवंशी शिक्षा निकेतन से पास की थी। वही भिवानी के आदर्श महिला महाविद्यालय से बीएससी कंप्यूटर साईंस में 90 प्रतिशत अंकों के साथ स्नातक पास किया।
     इस मौके पर सरपंच सुल्तान सिंह व सरपंच प्रतिनिधि जोगेंद्र सिंह ने कहा कि गांव बीरण की यह बेटी उन सभी युवाओं के लिए एक मिसाल है जो अपने दम पर कुछ बड़ा करने का सपना देखते हैं। शाईना की यह यात्रा दर्शाती है कि सही दिशा में किया गया प्रयास और ढृढ़ निश्चय कैसे व्यक्ति को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिला सकती है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि केवल शाईना के लिए ही नहीं, बल्कि समस्त गांव, जिले और प्रदेश के लिए खुशी की बात है। शाईना की इस सफलता ने यह दर्शा दिया है कि अगर लगन और मेहनत हो, तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है।
     छात्रा शाईना की उपलब्धि पर रोहित फौगाट, राहुल फौगाट, कमलेश देवी, धर्मवीर, योगेश फौगाट, उमेश फौगाट सहित अन्य परिजनों व ग्रामीणों ने बधाई दी।