भिवानी, 13 जून। जिला राजस्व अधिकारी राजकुमार ने कहा कि पेड़ पौधों के द्वारा हमें भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होती है। लेकिन कई दशकों से पेड़ पौधे लगाने की बजाय अंधाधुंध काटे जा रहे हैं । यही कारण है कि दिन प्रतिदिन हमारा पर्यावरण बिगड़ता जा रहा है। यदि हम पर्यावरण को शुद्ध रखना चाहते हैं तो हमें पर्यावरण से जुडक़र काम करना होगा और अधिक से अधिक के पेड़ पौधे लगाकर प्रकृति के सुंदरीकरण को बढ़ावा देना होगा।
डीआरओ राजकुमार रविवार को स्थानीय हनुमान जोहड़ी मंदिर धाम स्थित श्री राम वाटिका में युवा जागृति एवं जन कल्याण मिशन ट्रस्ट व नेताजी सुभाष चंद्र बोस युवा जागृत सेवा समिति के द्वारा आयोजित विश्व पर्यावरण दिवस पखवाड़ेे के तहत पौधारोपण कर रहे थे। उन्होंने छांयादार, फलदार, फूल एवं औषधि के पौधे लगाए गए। कार्यक्रम की अध्यक्षता बाल योगी महंत चरण दास महाराज ने की।
उन्होंनेे कहा कि कोविड-19 के समय काल में हर किसी को यह मालूम हो गया कि आखिर ऑक्सीजन का क्या महत्व है और इसकी कमी क्यों खली, इस पर हमें गहराई से विचार करना होगा। कहा कि पेड़ पौधों के द्वारा हमें भरपूर मात्रा में ऑक्सीजन प्राप्त होती है। लेकिन कई दशकों से पेड़ पौधे लगाने की बजाय अंधाधुंध काटे जा रहे हैं। यही कारण है कि दिन प्रतिदिन हमारा पर्यावरण बिगड़ता जा रहा है। यदि हम पर्यावरण को शुद्ध रखना चाहते हैं तो हमें पर्यावरण से जुडक़र काम करना होगा और अधिक से अधिक के पेड़ पौधे लगाकर प्रकृति के सुंदरीकरण को बढ़ावा देना होगा। पृथ्वी को हरा-भरा करने के लिए हर नागरिक को आगे आना चाहिए, यदि धरा हरी भरी होगी तो हमारा पर्यावरण सुरक्षित रहेगा और पेड़ पौधों के द्वारा ही हमें शुद्ध वायु व ऑक्सीजन की भरपूर मात्रा मिलेगी। उन्होंने कहा कि पर्यावरण को संरक्षण देने के लिए हर व्यक्ति को आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकार के द्वारा भी पर्यावरण की सुरक्षा को लेकर अनेक प्रकार की स्कीम चलाई गई हैं। ताकि लोग पर्यावरण से जुड़े। उन्होंने कहा कि हमारे पास वन एवं पानी के प्राकृतिक संसाधन बहुत कम हो गए हैं।
पर्यावरण पखवाड़े के संयोजक बाल योगी महंत चरण दास महाराज एवं पर्यावरण प्रेमी राष्ट्रीय युवा पुरस्कार अवॉर्डी अशोक कुमार ने कहा कि आज पर्यावरण जागरूकता पखवाड़े के सातवें दिन फल एवं छांया दार व ऑक्सीजन वाले पौधे लगाए गए। दिन प्रतिदिन पर्यावरण का संतुलन बिगड़ता जा रहा है। इसलिए प्रकृति को सुंदर बनाने के लिए हमें आने वाले जुलाई अगस्त माह में अधिक से अधिक पौधे लगाने हैं। ताकि हमारा पर्यावरण सुंदर हो सके और देश के अंदर पनप रही बीमारियों का खात्मा हो सके। अंधाधुंध पेड़ पौधों की कटाई और पेड़ पौधों की कमी व विकास की गति से पर्यावरण को बढ़ा रहा है अधिक खतरा, इस लिए अधिक पौधों की जरूरत है। क्योंकि अधिक विकास के चलते बहुतायत में पेड़-पौधों को काटा जा रहा है जो कि एक चिंता का विषय है और यह विषय केवल हिंदुस्तान के लिए नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए चिंतन का विषय है। उन्होंने कहा कि जल एवं पर्यावरण आंदोलन को एक जन आंदोलन का रूप देना है। तभी लोग पर्यावरण व पानी की सुरक्षा से जुड़ेेंगे।
इस अवसर पर ध्यानदास महाराज, आईसीएस कोचिंग सेंटर के संचालक रमेश कुमार बादल, शिक्षाविद मास्टर अजय सांगवान, सत्यनारायण गुर्जर, समाजसेवी ओपी नंदवानी, सामाजिक कार्यकर्ता रोहित गोयल पटेल नगर, हीरालाल, सतबीर गुर्जर, पंकज सैनी, प्रमोद वर्मा, सतिया हलवाई, समाजसेवी सुशील गुप्ता, समाजसेवी रमेश सैनी, पुरुषोत्तम वर्मा, राष्ट्रीय युवा पुरस्कार अवॉर्डी अशोक कुमार भारद्वाज, स्वास्थ्य सेवाकर्मी प्रशांत शर्मा, पर्यावरण प्रेमी हर्षवर्धन, मास्टर अरुण शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति पौधा रोपण जागरूकता कार्यक्रम में शामिल रहें।