आरटीआई में खुलासाः  श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल पाया फर्जी

1688
SHARE

भिवानी।

शिक्षा के ठेकेदार किसी भी हद तक जा सकते हैं, इसका उदाहरण भिवानी के तोशाम बाईपास पर देखने को मिला है। यहां खुले श्री चेतन्य टेक्नो स्कूल में एक बच्चे के 55 से 75 हजार रुपये दाखिला के समय ही अभिभावकों से वसूले जा रहे हैं, जबकि इस विद्यालय के संबंध में आरटीआई में आई सूचना के बाद इसके फर्जी होने की पुष्टि हो चुकी है। इस विद्यालय के पास न तो मान्यता है न ही किसी संबंधित विभाग की एनओसी, ऐसे में शिक्षा अधिकारियों की मिलीभगत से विद्यालय प्रबंध कमेटी के सदस्य अब भी धड़ल्ले से यहां नर्सरी से 12वीं तक के बच्चों के दाखिले बिना किसी डर और खौफ के कर रहे हैं।

खुद सूबे के शिक्षामंत्री अधिकारियों को सभी निजी विद्यालयों में पाठयक्रम की पुस्तकों की जांच कर रिपोर्ट मांग चुके हैं, मगर आज तक अधिकारियों ने ऐसी कोई रिपोर्ट ही नहीं दी है,‌ जिसमें किसी विद्यालय पर कार्रवाई बने, क्योंकि सभी स्कूलों में धड़ल्ले से प्राइवेट प्रकाशकों की किताबें लगाई जा रही हैं, ये सब शिक्षा अधिकारियों के संरक्षण में ही संभव है, क्योंकि बिना अधिकारी की मिलीभगत के कोई भी निजी विद्यालय इस तरह का दुस्साहस नहीं कर सकता है। संगठन ने फर्जी स्कूल के संबंध में अभिभावकों से धोखाधड़ी करने पर एफआईआर दर्ज के लिए शिकायत दी है वहीं भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों व मुख्य सचिव को लिखा है। मेरा अभिभावकों से अनुरोध है कि अपने बच्चों को सही और गुणवत्ता परक शिक्षा दिलाना चाहते हैं तो ये समझना जरूरी होगा कि महंगी फीस और दिखावा करने वाले स्कूल सही नहीं हैं, क्योंकि इनकी बुनियाद ही झूठ पर टिकी है तो बच्चों को क्या खाक सच्चाई की राह पर चलना सिखाएंगे। ये फरेब की दुकानें हैं, इनसे बचने के लिए सजग रहें और दाखिला से पहले स्कूल की मान्यता और बच्चों की सुरक्षा के अलावा फीस और किताबों के बारे में भी अच्छी तरह से तसल्ली करें, क्योंकि सभी विद्यालयों में एनसीईआरटी के पाठयक्रम की पुस्तकें ही पढ़ाना अनिवार्य है, न ‌की मनमाने ‌प्रकाशकों की ‌किताबें।

अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करेSubscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal