अनिल विज बोले- 2014 का चुनाव मैंने जिताया:मैंने कभी नहीं कहा मुझे CM बनाओ

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अंबाला।

हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने एक इंटरव्यू में बड़ा दावा किया है। विज ने कहा है कि उन्होंने कभी नहीं कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाए। इसकी वजह से वह कभी नाराज भी नहीं हुए। साथ ही उन्होंने कहा है कि साल 2014 का चुनाव BJP को उन्होंने ही जिताया था। नायब सैनी को हरियाणा का CM बनाने पर विज ने कहा है कि उन्होंने आज तक कभी किसी नेता के सामने नहीं कहा कि उन्हें CM बनाया जाए। हाईकमान जो फैसला करती हैं, वही सही होता है। काबिल आदमी को मुख्यमंत्री बनना चाहिए, जो प्रदेश की भलाई के लिए काम करे।

विज ने कहा कि साल 2014 में भी जब मनोहर लाल को मुख्यमंत्री बनाया गया, तब भी उन्हें मालूम नहीं था कि CM कौन होगा। हां, इतना मालूम था कि आज मुख्यमंत्री बनाया जाना है। जो बताया, सभी ने मान लिया। दोबारा मनोहर लाल को CM बनाने और हटाने के बारे में भी उन्हें कुछ नहीं पता था। उन्होंने कहा कि BJP-JJP का गठबंधन टूटने के बाद तो उन्हें बिल्कुल भी नहीं पता था कि CM बदला जाना है। यह अनुभव बम शैल गिरने जैसा था।

अनिल विज ने कहा, ‘मैंने कभी इच्छाएं नहीं पाली। अगर मेरे अंदर इच्छा होती तो मैं सबसे पहले जाकर कहता कि मुझे CM बनाया जाए। क्योंकि मैं 6 बार का विधायक रहा हूं, सबसे सीनियर हूं। जिस संगठन से आया हूं, उसमें भगवत करनी नहीं सिखाई जाती। मैंने कभी किसी भी मंच पर कुछ भी बनने के लिए नहीं कहा।’ विज ने कहा कि जो वह कर सकते हैं, उन्होंने वह दायित्व निभाया है। बीमारी में भी सिलेंडर लगाकर लगातार काम किया है।

पूर्व गृहमंत्री अनिल विज ने कहा, ‘साल 2014 के चुनाव में प्रदेश में भाजपा की जीत का श्रेय अनिल विज को जाता है। उससे पहले मैंने ही 5 साल कांग्रेस के खिलाफ लड़ाई लड़ी। मैंने ही भाजपा को जिंदा रखा। मैंने ही कहा था हमें अकेले चुनाव लड़ना चाहिए। मैं अकेला था इस मामले में जिसने यह आवाज उठाई थी। हाईकमान ने मेरी बात मानी।’ विज ने कहा कि अगर हम मिलकर लड़ते तो किसी भी हालत में हमारी सरकार नहीं बन सकती थी। साढ़े 9 साल पूर्व CM मनोहर लाल खट्‌टर के साथ काम करना अच्छा रहा।

हरियाणा में 5 साल बाद यानी 2019 में पूर्ण बहुमत से भाजपा की सरकार न आने पर अनिल विज ने कहा कि इसका जवाब तो मुखिया (मुख्यमंत्री) ही दे सकते हैं। JJP से गठबंधन पर कहा कि यह हाईकमान ने गठबंधन किया, किन शर्तों पर किया, यह उन्हें मालूम है। JJP से गठबंधन करना उस समय उचित था। पूर्व डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला ने अच्छा काम किया है। अब गठबंधन टूटने पर भी हाईकमान ने कहा कि आज यह समझौता तोड़ देना है। हमारी हाईकमान का जो फैसला होता है, वह सभी के लिए मान्य होता है।

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