अंबाला।
पंजाब-हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर 21 साल के शुभकरण की मौत के विरोध में किसान शुक्रवार को देशभर में ब्लैक डे मनाएंगे। संयुक्त किसान मोर्चा की गुरुवार को साढ़े 4 घंटे चली बैठक के बाद यह फैसला लिया गया। इसमें 100 किसान संगठनों ने हिस्सा लिया। 26 को देशभर में ट्रैक्टर मार्च और 14 मार्च को दिल्ली में महापंचायत करने पर सहमति जताई।
उधर, आंदोलन कर रहे किसान नेताओं के खिलाफ हरियाणा पुलिस ने देर रात राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। अंबाला पुलिस ने कहा था कि प्रदर्शनों के दौरान सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान की भरपाई आंदोलनकारी किसान नेताओं से ही होगी। इसके लिए उनकी संपत्ति कुर्की और बैंक खाते सीज किए जा रहे हैं। हालांकि अब यह फैसला वापस ले लिया गया है। अंबाला रेंज के IG सिबाश कबिराज ने इसकी जानकारी दी।
किसान आंदोलन का आज 11वां दिन है। किसान-मजदूर मोर्चा (KMM) दिल्ली कूच पर आज फैसला लेंगे।। 21 फरवरी को खनौरी बॉर्डर पर युवक शुभकरण की मौत के बाद किसानों ने दिल्ली मार्च को रोक दिया था।
गुरुवार को किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने एक तस्वीर जारी कर कहा- ‘खनौरी बॉर्डर पर सीधी फायरिंग की गई है। पंजाब सरकार हत्या का केस दर्ज करे।’ किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने शुभकरण को शहीद का दर्जा देने की मांग की।
किसान नेताओं पर NSA लगाने के फैसले से हरियाणा सरकार पलटती दिख रही है। इस बारे में अंबाला रेंज के IG सिबाश कबिराज ने जानकारी देते हुए कहा- ”सभी संबंधित पक्षों को यह स्पष्ट किया जाता है कि अंबाला के कुछ किसान नेताओं पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों को लागू करने के मामले पर पुनर्विचार किया गया है और यह निर्णय लिया गया है कि इसे लागू नहीं किया जाएगा।”
IG ने आगे कहा- ”हरियाणा पुलिस सभी प्रदर्शनकारियों और उनके नेताओं से शांति बनाए रखने और कानून व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करने का अनुरोध करती है।”
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