हरियाणा में केंद्रीय उर्जा आवासन एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर की अध्यक्षता में बैठक की गई। इस बैठक में बिजली विभाग की विभिन्न योजनाओं के बारे में चर्चा की गई। इस बैठक में प्रदेश में प्रीपेड मीटर लगाए जाने के बारे में भी बात हुई। प्रदेश में 30 लाख प्रीपेड मीटर लागए जाने का टारगेट निर्धारित किया गया था।
हरियाणा में शुरू हुआ विरोध
सिर्फ पानीपत, पंचकूला, करनाल, फरीदाबाद और गुरुग्राम में शुरुआती तौर पर 10 लाख प्रीपेड मीटर लगाए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। केंद्र और राज्य सरकार ने इसको लेकर बजट राशि भी जारी कर दी थी। प्रीपेड मीटरों पर 5 प्रतिशत बिजली के रेट कम लेने का फैसला लागू करने के बावजूद भी देशभर के सा हरियाणा में इसका विरोध शुरु हो गया था।
बिजली कंपनियों को किया जाएगा पब्लिक लिस्टिंग
किफायती दरों पर कमर्शियल, औद्योगिक संस्थानों के साथ शिक्षण संस्थानों में भी प्रीपेड मीटर लगाया जाना निर्धारित किया है। बिजली कंपनियों की वित्तीय स्थिति में सुधार लाने के लिए ए प्लस ग्रेड में शामिल कंपनियों को पब्लिक लिस्टिंग किया जाएगा।