राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र में सार्वजनिक परिवहन संपर्क को मजबूत करने के लिए लगातार नए प्रयास किए जा रहे हैं। एक ओर लोगों को ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के लिए हाईवे और एक्सप्रेसवे का जाल बिछाया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर मेट्रो सेवाओं का भी विस्तार किया जा रहा है।
गुरुग्राम-ग्रेटर नोएडा के बीच मेट्रो चलाने की योजना
रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के जरिए जहां दिल्ली को मेरठ से जोड़ा जा रहा है, वहीं अब इसी आरआरटीएस के जरिए हरियाणा की साइबर सिटी गुरुग्राम को यूपी के ग्रेटर नोएडा से जोड़ने की योजना बनाई गई है। यह कॉरिडोर दोनों शहरों के बीच संपर्क को बेहतर बनाने और ट्रैफिक के दबाव को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।
हरियाणा के सीएम नायब सैनी और केंद्रीय ऊर्जा मंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच हुई बैठक में नए आरआरटीएस कॉरिडोर के निर्माण पर सहमति बन गई है। इस कॉरिडोर के अलावा बैठक में गुरुग्राम मेट्रो विस्तार और अन्य मेट्रो परियोजनाओं पर भी चर्चा हुई। इस कॉरिडोर पर रैपिड मेट्रो 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेगी, जिससे दोनों शहरों के बीच की दूरी महज 25 मिनट में तय हो जाएगी।
यह होगा रूट
गुरुग्राम-ग्रेटर नोएडा कॉरिडोर की लंबाई 60 किलोमीटर होगी और यह कॉरिडोर गुरुग्राम के राजीव चौक को नोएडा सेक्टर-142 और ग्रेटर नोएडा के सूरजपुर से जोड़ेगा। इस कॉरिडोर के जरिए गुरुग्राम, फरीदाबाद और नोएडा जैसे प्रमुख केंद्रों के बीच यात्रा करना बेहद आसान हो जाएगा। 15 हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट पर फरीदाबाद के बाटा चौक समेत कुल आठ स्टेशन बनाने की योजना है। इस कॉरिडोर के बनने से न सिर्फ एनसीआर में ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि पर्यावरण को प्रदूषित होने से भी बचाया जा सकेगा।
गुरुग्राम से पंचगांव तक चलेगी मेट्रो
हरियाणा सरकार ने गुरुग्राम सेक्टर-56 से पंचगांव तक मेट्रो विस्तार के लिए फंडिंग का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा है। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पूरी होने के बाद इसे केंद्र से मंजूरी मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा पालम विहार से दो नई मेट्रो लाइन और दिल्ली के सराय काले खां से आरआरटीएस का विस्तार राजस्थान के धारूहेड़ा, बावल और शाहजहांपुर तक करने का प्रस्ताव भी विचाराधीन है।