किसानों के लिए फायदे का सौदा साबित हो रही बागवानी योजनाएं – डीसी

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भिवानी।

डीसी नरेश नरवाल ने कहा कि बागवानी विभाग ने किसानों की आय वृद्घि के लिए अनेक अनुदान योजनाएं शुरू की हुई हैं। इनका लाभ उठाकर जिला के किसान अपने खेतों में परंपरागत फसलों के अलावा सब्जियां, फल, फूल आदि की उपज लेकर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं।हरियाणा सरकार का कृषि एवं किसान कल्याण विभाग किसानों की की आय बढ़ाने के लिए निरन्तर किसान हित की नीतियां लागू कर रहा है।
फसल कलस्टर विकास प्रोग्राम योजना भी लाभकारी

डीसी ने बताया कि फसल कलस्टर विकास प्रोग्राम योजना के अंतर्गत सब्जी उत्पादन पर 15 हजार रूपए प्रति एकड़, मल्चिंग 6400 रूपए एकड़, टनल पर कवर्ड क्षेत्र के आधार पर 20 हजार से 25 हजार प्रति एकड़ रूपए का अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि बांस स्टैकिंग पर 31 हजार 250 रुपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 70 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान किसानों को दिया जाता है। जहां धान लगता है, वहां किन्नू व अमरूद के नए बाग लगाने पर 50 हजार रुपये प्रति एकड़ तथा अन्य स्थान पर 43 हजार रूपए के हिसाब से सब्सिडी दी जाती है।

बेर का बाग लगाने पर 32 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ अनुदान

नरवाल ने बताया कि बेर का बाग लगाने पर 32 हजार 500 रुपये प्रति एकड़ रूपए 3 साल तक मिलेंगे। इसी प्रकार खजूर पर 1 लाख 40 हजार रुपये प्रति एकड़, अनार पर 70 हजार रुपये प्रति एकड़, पैक हाऊस पर 1लाख 65 हजार रुपये प्रति ईकाई, प्याज भंडारण पर 87 हजार 500 रुपये प्रति इकाई व नेट हाउस 370 रूपए प्रति वर्ग मीटर का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अच्छी कृषि पद्धतियां स्कीम के अंतर्गत अनुसूचित जाति के किसानों को मशरूम उत्पादन पर 25 हजार 500 रुपये प्रति 100 ट्रैक, बांस स्टैकिंग पर 53 हजार 125 रूपये प्रति एकड़, आयरन स्टैकिंग पर 1 लाख 19 हजार 850 रूपये प्रति एकड़ अनुदान राशि दी जाती है। खेतों में सामुदायिक टैंक बनवाने के लिए सरकार बीस लाख रूपए तक का अनुदान मुहैया करवा रही है।

मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना में 21 फसलें शामिल

उन्होंने बताया कि बागवानी विभाग द्वारा किसानों के लिए मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना व भावांतर भरपाई योजना शुरू की गई है। मुख्यमंत्री बागवानी बीमा योजना के अंतर्गत 21 फसलें शामिल की गई हैं, जिनमें 14 सब्जियां टमाटर, प्याज, आलू, फूलगोभी, बंदगोभी, गाजर, मटर, मिर्च, शिमला मिर्च, भिंडी, घीया, करेला, बैगन, मूली, 2 मसाला फसलें हल्दी, लहसुन व 5 फलदार फसलें सीट्रस, अमरूद, बेर, आम, लीची हैं। किसान इस बागवानी बीमा योजना का भी लाभ उठाकर कर जोखिम फ्री खेती कर सकते हैं।

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