अंबाला।
पेरिस ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता शूटर सरबजोत सिंह शुक्रवार को अंबाला पहुंचे। इस दौरान पैतृक गांव धीन में उनका जोरदार स्वागत किया गया। मां हरजीत कौर व पिता जितेंद्र ने उनको गले लगाया। ग्रामीणों ने उनको नोटों व फूलों की मालाएं पहना कर स्वागत किया। सरबजोत के माता-पिता के साथ ग्रामीण भी सुबह से ही उनके गांव आने की बाट जोह रहे थे। सरबजोत सिंह का गुरुवार को दिल्ली एयरपोर्ट पर ढ़ोल नगाड़ों के साथ स्वागत किया गया था।
अंबाला पहुंचे सरबजोत सिंह ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि आज अपने घर व गांव आ कर बहुत अच्छा लग रहा है। इस जीत का श्रेय वह अपने परिवार अपने कोच व स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को देना चाहेंगे। इस बार मैडल लाने में जो कमी रह गई है, उसे दूर कर अगली बार मेडल का रंग बदलना चाहूंगा।
सरबजोत ने कहा कि इस बार ओलिंपिक में जा कर बहुत कुछ सिखने को मिला है। मैच को लेकर अपने नोट्स तैयार कर रहे हैं। ताकि इस बार जो गलती हुई है, उसे दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि वे प्रयास करेंगे कि हरियाणा में शूटिंग में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को टिप्स देकर आगे बढ़ने में उनकी मदद करें। यही उनके लिए सबसे बड़ी बात होगी।
सरबजोत ने कहा कि ओलिंपिक में मैच के दौरान उनके दिमाग में कोई प्रेशर या दबाव नहीं था। बस उन पर यही हावी था कि अपना बेस्ट देकर जाना है। इसी बात को लेकर प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी उत्साहवर्धन किया था कि हार जीत चलती रहती है, लेकिन इसे नेगेटिव वे में नहीं लेना और मेडल आने के बाद बात हुई तो प्रधानमंत्री बहुत खुश थे।
सरबजोत सिंह आज शुक्रवार को दिल्ली से अंबाला पहुंचे। सरबजोत का अंबाला लौटने पर कई जगह उनका स्वागत हुआ। ग्रामीण भी सुबह ही सरबजोत के घर पहुंचने लगे थे। सरबजोत सिंह ने गांव पहुंच कर अपने माता-पिता का पांव छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मां हरजीत कौर ने बेटे को फूलों का हार पहनाया और मुंह मीठा करा उसे गले गला लिया। ग्रामीणों ने फूलों के साथ नोटों की मालाएं भी पहनाई।
अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करे Subscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal