भिवानी।
भिवानी जिला कारागार में हत्या और मारपीट के मामले में विचाराधीन बंदी का बुधवार दोपहर करीब डेढ़ बजे अपने बैरक के बाथरूम में संदिग्ध हालात में फंदे पर शव लटका मिला। मृतक के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। वहीं, जेएमआईसी अमित गौतम ने जेल में पहुंचकर न्यायिक जांच शुरू कर दी है। वहीं, मृतक के परिजनों ने संदिग्ध हालात में मौत पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
भिवानी जिला कारागार में गांव झुप्पा निवासी शंकर उर्फ सचिन (23) हत्या और मारपीट के मामले में 10 फरवरी 2022 को करीब एक साल पहले लाया गया था। शंकर अविवाहित था और अभी उस पर लगे आरोप न्यायालय में विचाराधीन थे। शंकर के शव को जेल प्रशासन के अधिकारियों ने बुधवार करीब डेढ़ बजे बैरक के शौचालय के अंदर रोशनदान पर लटका हुआ देखा।
उसके गले में बेडशीट की रस्सी का फंदा लगा हुआ था। वहीं, जेल कर्मचारियों ने इसकी सूचना जेल प्रशासन के उच्चाधिकारियों को दी। इसके बाद मामले की जानकारी जिला न्यायालय में दी गई। मामले की न्यायिक जांच के लिए जेएमआईसी अमित गौतम जिला कारागार में पहुंचे और बैरक की जांच कराई। सदर पुलिस थाना एसएचओ रमेशचंद्र की टीम मौके पर पहुंची। वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर नागरिक अस्पताल लाया गया। बताया जा रहा है कि मृतक के पास एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है, जिसमें सुमन नामक एक महिला का नाम आया है।
मृतक युवक के मामा नरपाल ने बताया कि शंकर तीन भाई बहनों में सबसे बड़ा था। वे दो भाई और एक बहन थे। गांव में ही रंजिश के चलते एक व्यक्ति की हत्या के मामले में एक साल पहले ही वह जेल में लाया गया था। नरपाल ने बताया कि मंगलवार को ढाई बजे फोन पर भी शंकर से जेल प्रशासन ने बात कराई थी। शंकर ने ठीक से बात की थी। नरपाल का आरोप है कि जेल प्रशासन शंकर को प्रताड़ित कर रहा था। शंकर का संदिग्ध हालात में फंदे पर लटका मिलने पर भी शक जताया है।
जेल के अंदर फंदा लगाकर आत्महत्या मामले की न्यायिक जांच जेएमआईसी अमित गौतम कर रहे हैं। वहीं, पुलिस ने शव को फिलहाल नागरिक अस्पताल के शवगृह में रखवा दिया है। इस संबंध में परिजनों के बयान दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। -रमेश चंद्र एसएचओ सदर पुलिस थाना भिवानी।
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