चरखी दादरी।
धनतेरस के दिन डालावास गांव के राजकीय स्कूल में हंगामा हो गया। स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों ने कार्यकारी हेडमास्टर पर जातिसूचक शब्द बोलने के आरोप लगाए। छात्रों का कहना है कि हेडमास्टर स्कूल में पढ़ाई नहीं कराता और शराब पीकर आता है।
इस बात पर ग्रामीण भड़क गए। मंगलवार को उन्होंने स्कूल मैनेजमेंट कमेटी (SMC) प्रधान मनोज कुमार की अगुआई में स्कूल के गेट पर ताला जड़ दिया। सूचना पाकर बाढड़ा थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले को शांत करने की कोशिश की।
इस बीच विवाद बढ़ गया और ग्रामीणों ने हेडमास्टर से मारपीट करने की कोशिश की। पुलिस ने बीच बचाव किया और हेडमास्टर को अपने साथ लेकर चली गई। हेडमास्टर दलबीर सिंह से बात करने की कोशिश कि तो उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
महिला मीनाक्षी ने बताया कि स्कूल का हेडमास्टर बच्चों को पढ़ा नहीं रहा है। हम उसे कई बार आकर समझा चुके हैं। इस पर हेडमास्टर जातिसूचक शब्द का इस्तेमाल कर कहता है कि इन्हें गेट से बाहर करो, मैं नहीं पढ़ाता। वह सरकारी नौकरी कर रहा है। शराब की बोतल लाकर पीकर ऑफिस में सो जाता है। हमारे बच्चे इतने बड़े हो गए हैं, उन्हें हिंदी और इंग्लिश पढ़नी ही नहीं आ रही।
हमारी मांग है कि यहां अच्छी तरह पढ़ाया जाए, नहीं इसकी ट्रांसफर की जाए। दूसरे हेडमास्टर को लाया जाए। इसके चक्कर में हम अपने बच्चों का भविष्य खराब नहीं कर सकते।
ग्रामीण प्रमोद कुमार ने बताया कि इस हेडमास्टर को गांव के लोग करीब 4 साल से समझा रहे हैं। न वो टाइम पर आता है और न ही टाइम पर जाता है। पढ़ाने का व्यवहार भी ठीक नहीं है। वह छात्रों को कहता है कि तुम्हें फेल कर दूंगा। इस हेडमास्टर को स्कूल से बाहर करना चाहिए। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो हम प्रदर्शन करेंगे।
प्रधान बोले- मैंने कई बार समझाया
SMC के प्रधान मनोज कुमार ने कहा कि मुझे हेडमास्टर को देखते हुए 6 महीने हो गए हैं। मैंने उसे रोक कर कई बार समझाया, लेकिन वह हमेशा यही कहता था कि आज-आज छोड़ दो। वह सुबह 11 बजे स्कूल में हाजिरी लगाकर 12 बजे निकल जाता है, फिर सीधा शाम को आता है। इसने सारे बच्चे परेशान कर रखे हैं। हम इसे यहां पढ़ाने नहीं देंगे, इसकी बदली होनी चाहिए।
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