गीता ज्ञान कल्याण का प्रतीक है : महंत चरणदास

89
SHARE

भिवानी :

समाज को साकारात्मक रखने का सबसे आसान तरीका है लोगों गीता के ज्ञान को न केवल फैलाया जाएं, बल्कि गीता ज्ञान के गूढ रहस्य को आमजन को समझाया भी भी जाएं। क्योंकि गीता ज्ञान कल्याण का प्रतीक है। यह बात स्थानीय हनुमान ढ़ाणी स्थित हनुमान जोहड़ी धाम मंदिर के महंत बालयोगी चरणदास महाराज ने कही। वे मंदिर परिसर में अपनी हरियाणवी अनुवादित गीता म्हारी गीता म्हारा ज्ञान पुस्तक को भेंट करने पहुंचे पंडित लख्मीचंद सम्मान से विभूषित हरियाणवी कवि एवं चिंतक डा. वीएम बेचैन को साधुवाद दे रहे थे। डा. बेचैन द्वारा गीता जयंती महोत्सव के दिनों में नगर के गणमान्य नागरिकों एवं अध्यात्मिक हस्तियों को रोजाना अपनी पुस्तक भेंट करने के निर्णय पर बधाई देते हुए महंत चरणदास महाराज ने कहा कि आज संपूर्ण जगत को गीता ज्ञान की आवश्यकता है।

ऐसे में बात हरियाणा की करे तो डा. बेचैन द्वारा हरियाणवी में अनुवादित गीता आमजन को केवल लुभाने में सहायक होगी, बल्कि इसके भीतर छिपे मर्म को आसान शब्दों में समझाने का कार्य करेगी। इस दौरान डा. वीएम बेचैन ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उनका सौभाग्य है कि गीता जैसे अध्यात्मिक ग्रंथ के ज्ञान को आसान हरियाणवी में अनुवादित करने का मौका उन्हे मिला। इस अवसर पर ध्यानदास पुजारी, भाजपा नेता अधिवक्ता धीरज सैनी, जिला महामंत्री भाजपा ओबीसी मोर्चा राजकुमार सैनी, ललित शर्मा, भारत भूषण शर्मा, भजन गायक बलवान सैनी, बबल जांगड़ा, मोनिया सैनी सहित नगर के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

अपने आस-पास की खबरे देखने के लिए हमारा youtube चैनल Subscribe करेSubscribe करने के लिए इस लिंक पर क्लिककरे https://www.youtube.com/bhiwanihulchal