पलवल।
हरियाणा के पलवल में समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी आयु प्रमाण पत्र के आधार पर पांच महिलाओं की बुढ़ापा पेंशन बनाने का मामला पकड़ में आया है। सीएम फ्लाइंग ने इस पूरे मामले की जांच की। अब इंस्पेक्टर की शिकायत पर पांचों महिलाओं के साथ समाज कल्याण विभाग के कर्मचारी के खिलाफ भी कैंप थाने में केस दर्ज कर लिया गया है।
पलवल के कैंप थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सीएम फ्लाइंग के इंस्पेक्टर जगदीश ने शिकायत में कहा है कि जलालपुर गांव निवासी खतीजा, आलीमेव गांव निवासी महमूदी, मिंडकोला गांव निवासी नन्नु व मसुमन और घर्रोट गांव निवासी बती देवी की पेंशन वर्ष 2021 में फरवरी से अप्रैल माह में मंजूर की गई थी। पेंशन बनाने के लिए उनके मतदाता पहचान पत्र एवं जिला नागरिक अस्पताल से जारी आयु आंकलन प्रमाण पत्रों में उनकी आयु 60 वर्ष से अधिक साबित करने को आधार बनाया गया है।
कार्यालय में नहीं मिला रिकॉर्ड
सीएम फ्लाइंग की जांच के दौरान पता चला कि जिला समाज कल्याण विभाग ने एक जनवरी 2021 से 31 जुलाई 2021 तक 15 व्यक्तियों की आयु का आंकलन जिला नागरिक अस्पताल से कराया था। उन 15 व्यक्तियों में खतीजा, महमूदी, नन्नु, मसुमन व बती देवी का नाम नहीं है। जांच में पाया गया कि खतीजा के आयु आंकलन प्रमाण पत्र को छोड़कर अन्य के आयु प्रमाण पत्रों पर संबंधित अधिकारियों के हस्ताक्षर तक नहीं है और न ही कोई रिकार्ड कार्यालय में मौजूद है।
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