मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने किया स्वर्ण जयन्ती द्वार का उद्घघाटन व बहुउद्देशीय अटल सभागार का भूमि पूजन

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आजादी के अमृत महोत्सव के अन्तर्गत बोर्ड ने मनाया वार्षिक अंलकरण समारोह
–    बोर्ड परिसर में 24 नए आवासीय मकानों का किया शिलान्यास
भिवानी ।

शिक्षा को विकास की धुरी मानते हुए आज हरियाणा प्रदेश में छात्र-छात्राओं को अति उत्तम, गुणवत्तायुक्त और रोजगारपरक शैक्षणिक सुविधाएं प्रदान करने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। हरियाणा सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता अभियान, पर्यावरण संरक्षण व नकल रहित परीक्षाओं के लिए दृढ़ संकल्पित है।
ये उद्गार  मनोहर लाल, मुख्यमंत्री हरियाणा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड परिसर में वार्षिक अंलकरण समारोह के अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि व्यक्त किए। इससे पूर्व उन्होंने बोर्ड के भव्य स्वर्ण जयन्ती द्वार का उद्धघाटन व बहुउद्देशीय अटल सभागार का भूमि पूजन किया तथा बोर्ड परिसर में 24 नए आवासीय मकानों का शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिक्षा व वन मंत्री, हरियाणा सरकार श्री कंवर पाल ने की।
इस अवसर पर अति विशिष्ट अतिथि जे.पी.दलाल, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री, विशिष्ट अतिथि धर्मबीर सिंह, सांसद भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र, घनश्याम सर्राफ, विधायक  भिवानी विधानसभा क्षेत्र, बिशम्बर वाल्मीकि, विधायक बवानीखेड़ा विधानसभा क्षेत्र, उपायुक्त भिवानी  आर.एस. ढि़ल्लो, भा.प्र.से., पुलिस अधीक्षक  अजीत सिंह शेखावत भा.पु.से., दीनबन्धु छोटूराम विश्वविद्यालय, मुरथल(सोनीपत) के कुलपति आर.के. अनायत, चौधरी बंसी लाल विश्वविद्यालय, भिवानी के कुलपति प्रो.आर.के. मित्तल, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति  बी.आर. कम्बोज, बोर्ड अध्यक्ष प्रो०(डॉ.) जगबीर सिहं, उपाध्यक्ष वी.पी.यादव, सचिव कृष्ण कुमार, ह.प्र.से.,  शंकर धूपड़, भाजपा जिला अध्यक्ष, भिवानी,  के.एल. भट्ट अधीक्षक अभियन्ता पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन, हरियाणा, डॉ. पवन कुमार,  बोर्ड संयुक्त सचिव एवं बोर्ड के अधिकारी/कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बोर्ड की वार्षिक परीक्षा-2020 में नकल उन्मूलन में अहम योगदान देने के लिए 05 प्रवक्ताओं को सुशीला स्मृति व 11 प्रवक्ताओं को राकेश स्मृति पुरस्कार के रूप में प्रशंसा पत्र व 5100/-रूपये की राशि देकर सम्मानित किया तथा सैकेण्डरी परीक्षा वर्ष-2021 में लिखित परीक्षा में 500 अंकों में से 485 अंक प्राप्त करने वाली जिला हिसार की छात्रा भावना सैनी को डॉ. कल्पना चावला अवार्ड से सम्मानित करते हुए प्रशस्ति पत्र, गोल्ड मेडल व प्रोत्साहन स्वरूप 51000/-रूपये की राशि दी गई।
इस दौरान बोर्ड अधिकारी सन्तोष कुमारी को उन द्वारा समय-समय पर विभिन्न पैरालम्पिक प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किए जाने पर माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। इसके अतिरिक्त बोर्ड के कर्मचारी विकास कुमार के सुपुत्र ईशांत जिसका हरियाणा की एकमात्र सीट पर राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कॉलेज, देहरादून में 8वीं कक्षा में चयन हुआ, को माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया। उल्लेखनीय है कि यह परीक्षा केन्द्र सरकार के रक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित करवाई जाती है। इस परीक्षा में देशभर से 25 छात्रों का और हरियाणा से केवल 01 छात्र का चयन इस विद्यालय में होता है।
हरियाणा का नाम रोशन कर रहे मोहित कुमार भिवानी के निवासी हंै और अभी 21 वर्ष की आयु में एमके ऐप क्रिएटिव्स प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और सीईओ हैं। नासा ने पूरे भारत के 29,000 प्रतिभागियों में से 3 बच्चों  का चयन किया, जिसमें मोहित का नाम शामिल है। मोहित कुमार के पास 80 पेटेंट और 7 स्टार्टअप हैं और इन्हें भारत सरकार द्वारा वर्ष 2019 के लिए उन्हें यंग एंटरप्रेन्योर का खिताब भी दिया गया है। मोहित कुमार ने एक ऐसा सॉफ्टवेयर तैयार किया है, जिससे अब कभी एक्सीडेंट नहीं होंगे और किसी की जान सडक़ हादसों में नहीं जाएगी, इन्हें भी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया।
इसके अतिरिक्त बोर्ड प्रांगण में स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन् लैब स्कूल के छात्र-छात्राओं द्वारा पढ़ाई के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया जा रहा है, इसी के चलते भिवानी जिले से एकमात्र छात्र संजीत कुमार का सुपर 100 एन०डी०ए० के नि:शुल्क प्रशिक्षण हेतु चयन हुआ है। इससे पूर्व भी इस विद्यालय से सुपर 100 परीक्षा में 04 छात्र-छात्राओं कु० दिशिका आर्य, कु० मुस्कान, कु० कनिका व हिमांशु का आईआईटी, जेईई, नीट परीक्षा की नि:शुल्क तैयारी हेतु चयन हुआ है। मुख्यमंत्री ने सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने अपने सम्बोधन में कहा कि किसी भी संस्थान की ऊपरी पहचान तो उसके द्वार से होती है तथा बोर्ड का यह स्वर्ण जयन्ती द्वार भव्य एवं अनूठा है। उन्होंने कहा कि शिक्षा के मन्दिर में शिक्षार्थ आईए, सेवार्थ जाइए यह ध्येय होता है, शिक्षा संस्कार साथ-साथ चलते है। बोर्ड में बनने वाले सभागारों से शिक्षा के साथ-साथ कला संस्कृति का भी विकास होगा। यह भी संयोग ही है कि भिवानी नगर जोकि छोटी काशी के नाम से प्रसिद्व है में ही हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड का मुख्यालय है। उन्होंने कहा कि प्राचीन पद्घति के अनुसार शिक्षा का क्रम शिक्षा-परीक्षा-दीक्षा होना चाहिए, इसे लागू करने बारे सरकार विचार कर रही है क्योंकि यह पता लगाना अत्यन्त आवश्यक है कि व्यक्ति में शिक्षा प्राप्ति के पश्चात हुनर है या नहीं। उन्होंने कहा कि स्किल विश्वविद्यालय होने चाहिए, हमारी सरकार ने पलवल में हरियाणा का पहला स्किल विश्वविद्यालय बनाया है। सुपर 100 योजना सफल हुई है। शैक्षिक पाठ्यक्रम राष्ट्रीय सोच का होना चाहिए। जिसके चलते बच्चे देश की सेवा करेंगे और विदेशों में भी भारत का परचम लहराएंगे।
उन्होंने कहा कि बोर्ड परिसर में बनने वाला चार मंजिला बहुउद्देशीय अटल सभागार अपने आप में अनूठा होगा। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में यह सभागार शैक्षिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से निर्मित किया जा रहा है। हरियाणा के बड़े सभागारों में इसका शुमार होगा, जिसमें करीब 2000 लोगों के बैठने की क्षमता होगी। माननीय मुख्यमंत्री द्वारा इस सभागार का शिलान्यास 20 दिसम्बर, 2019 को किया गया था। 12,239 वर्ग मीटर में बनकर तैयार होने वाला सभागार पूर्णतया वातानुकूलित व अत्याधुनिक तकनीक से युक्त होगा। सभागार लगभग 02 साल में बन कर तैयार हो जाएगा।
उन्होंने आगे बताया कि स्वर्ण जयन्ती द्वार के निर्माण करवाए जाने पर बोर्ड कैम्पस मे रह रहे अधिकारी/कर्मचारियों के परिजन, बाहर से आने वाले छात्रों/अभिभावको एवं बोर्ड के कर्मचारियों को आवागमन में सुविधा रहेगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस द्वार का निर्माण करवाए जाने का मुख्य उद्देश्य बोर्ड में आवागमन को सुगम बनाना है। उल्लेखनीय है कि मुख्य द्वार के सामने चौधरी बंसीलाल विश्वविद्यालय, राजकीय कन्या महाविद्यालय व महाराजा नीमपाल सिंह राजकीय महाविद्यालय एवं मुख्य सडक़ होने के कारण काफी भीड़-भाड़ रहती है, जिससे आए दिन कोई न कोई अप्रिय घटना होने की सम्भावना बनी रहती है।
उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020, 21वीं सदी में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली है। इस नीति में शिक्षा एवं रोजगार के साथ विद्यार्थियों को संस्कारवान और स्वावलंबी बनाना मुख्य लक्ष्य है, ताकि विद्यार्थी दुनिया में भारत को पुन: विश्व गुरू बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
मुख्यमंत्री ने बताया कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति शिक्षा में गुणवत्ता सुधार के साथ-साथ सर्वागीण विकास में सहायक सिद्व होगी। शिक्षा को रोजगारोन्मुख बनाने के लिए तकनीकी शिक्षा के साथ-साथ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस शिक्षा पर भी जोर दिया जा रहा है। शिक्षा ही एक ऐसा साधन है जिसके माध्यम से हर परिवार के स्तर को ऊंचा उठाया जा सकता है। नई शिक्षा नीति के तहत सरकार का मुख्य ध्येय कम लागत में बेहतर शिक्षा मुहैया करवाना और सभी शिक्षण संस्थाओं में अच्छी गुणवत्ता का इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना है। कक्षा 9वीं से 12वीं तक कौशल विकास का विषय अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा, ताकि प्रदेश के युवा स्वरोजगार एवं रोजगारपरक  शिक्षा ग्रहण कर सकें।
अपने संबोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा परीक्षाओं में नकल पर अंकुश लगाने के लिए बड़े ही सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं, जिसके रचनात्मक परिणाम सामने आए हैं। इसी के चलते युवाओं को नकल रहित परीक्षा देने का माहौल मिला है। इन प्रयासों के लिए मुख्यमंत्री ने बोर्ड प्रशासन की सराहना की।
उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं की तरह बोर्ड के सामने एचटेट की परीक्षा को संचालित करने की चुनौती भी होती है। उन्होंने आगे बताया कि हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा का आयोजन नवीनतम तकनीकों जैसे कि जैमर, बायोमैट्रिक उपस्थिति, विडियोग्राफी, सी.सी.टी.वी. एवं फ्रिस्किंग आदि का प्रयोग करते हुए पूर्ण पारदर्शिता के साथ सफलतापूर्वक करवाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हरियाणा अध्यापक पात्रता परीक्षा के दौरान प्रदेशभर में स्थापित परीक्षा केन्द्रों की निगरानी के लिए हाईटेक कंट्रोल रूम स्थापित किये जाते हैं।
इस अवसर पर अपने संबोधन में शिक्षा मंत्री, हरियाणा श्री कंवर पाल ने कहा कि  बोर्ड की कार्यप्रणाली में सुधार लाने के कदम प्रशंसनीय है। उन्होंने कहा कि बोर्ड कार्यालय की लेखा शाखा को पूर्णतया: कम्प्यूटरीकृत किया गया। परीक्षार्थियों, अभिभावकों एवं आमजन की सुविधा के दृष्टिगत सरल पोर्टल पर ऑनलाइन आवेदन प्रारम्भ किया गया है। अनुलिपि प्रमाण-पत्र, उत्तरपुस्तिकाओं की छायाप्रति एवं माईग्रेशन प्रमाण-पत्र अंत्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन प्राप्त करने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई। विद्यार्थियों के लिए प्रमाण-पत्र डिजीलॉकर सुविधा व 2004 के बाद की सभी परीक्षाओं के परिणाम ऑनलाइन उपलब्ध हैं।
उन्होंने बताया कि इस बार शिक्षा बोर्ड द्वारा कक्षा छठी से दसवीं तक के इतिहास के पाठ्यक्रम में परिवर्तन करते हुए आगामी शैक्षिक सत्र के लिए नई पुस्तके लिखवाई गई है तथा वैदिक गणित का पाठ्यक्रम तैयार करवाया गया है, जिसे शिक्षा विभाग की अनुमति उपरान्त पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा।
शिक्षा बोर्ड द्वारा संस्कृत को बढ़ावा देने के लिए संस्कृत सैल का गठन किया गया  है, जिसके तहत कक्षा 10वीं की पूर्व मध्यमा एंव 12वीं  की उत्तर मध्यमा की पार्ट-2 की परीक्षाएं संचालित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि दिव्यांग परीक्षार्थियों की विशेष आवश्यकताओं के प्रति शिक्षा बोर्ड सजग व संवेदनशील है। शिक्षा बोर्ड द्वारा सभी राजकीय/अराजकीय विद्यालयों में पढऩे वाले दिव्यांग परीक्षार्थियों के सभी प्रकार के शुल्क माफ कर दिये गए हंै। उन्होंने बताया कि हिसार, करनाल, गुरूग्राम स्थित विशेष विद्यालयों के परीक्षार्थियों के लिए उन्हीं के विद्यालय भवनों में परीक्षा केन्द्र भी नि:शुल्क स्थापित किये गए हैं।
उन्होंने आगे बताया कि बोर्ड परिसर में महापुरूषों, शहीदों, स्वतन्त्रता सेनानियों की जयन्तियों व बलिदान दिवस जैसे अवसरों पर पौधारोपण एवं स्वच्छता अभियान के साथ-साथ जल बचाओ अभियान भी चलाये जाते हैं। उन्होंने आगे बताया कि पर्यावरण को स्वच्छ एवं प्रदूषण रहित बनाने के लिए बोर्ड द्वारा पेड़ लगाओं अभियान के तहत विद्यालयों से 10वीं व 12वीं के छात्र-छात्राओं द्वारा पेड़ लगाए जाने पर परीक्षा में आईएनए के दो अंक अलग से दिए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेशभर के 11वीं व 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को टैबलेट देने के निर्णय लिया गया है। सरकार ने लगभग 5 लाख टैबलेट खरीदने का फैसला लिया है, जो आगामी शैक्षणिक सत्र से 11वीं व 12वीं में पढऩे वाले विद्यार्थियों को दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे सुपर-100 कार्यक्रम को बड़ी सफलता मिली है। इसमें 28 बच्चों का चयन आईआईटी में तथा 24 विद्यार्थियों का चयन नीट में हुआ है। नीट में चयनित 24 में से 07 विद्यार्थियों का चयन एम्स के लिए हुआ है।
कार्यक्रम में पधारे कृषि एवं पशुपालन मंत्री श्री जे.पी. दलाल, सांसद धर्मबीर सिंह व विभिन्न विधानसभा क्षेत्र से पंहुचे विधायकों ने बोर्ड द्वारा प्राप्त की गई उपलब्धियों एवं कार्यो की सराहना की। बोर्ड अध्यक्ष प्रो.(डॉ.) जगबीर सिंह ने माननीय मुख्यमंत्री एवं अन्य अतिथिगणों का कार्यक्रम में पंहुचने पर हार्दिक आभार व्यक्त किया।
इस शुभ अवसर पर बोर्ड प्रांगण में स्थित सर्वपल्ली राधाकृष्णन् लैब स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा देशभक्ति गीत व सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया। समारोह का समापन राष्ट्रीय गान गाकर किया गया।

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