जानकारी के अनुसार गांव मोहबतपुर निवासी छोटूराम खेती बाड़ी करता है। उसके साथ वाले मकान में उसका दूसरा भाई पवन और तीसरा भाई अपने परिवार के साथ रहते हैं। पवन की पत्नी और छोटूराम की पत्नी शंकुतला सगी बहनें हैं। यह दोनों सोमवार को अपने मायके राजस्थान के हनुमानमगढ़ जिले के गांव मंढाना में किसी धार्मिक कार्यक्रम में हिस्सा लेने गई थी। मंगलवार रात छोटूराम की तीन लड़की 18 साल की मोनिका, 16 साल की खुशबू, 14 साल की रिंकू और बेटा 12 साल का शुभम घर में अंदर कमरे में चारपाइयों पर सो रहे थे।
छोटूराम बरामदे में सो रहा था। बुधवार सुबह करीब तीन बजे कमरे में अचानक आग लग गई। खुशबू और शुभम ने शोर मचाया तो पास के मकान से उनका ताऊ पवन और पवन का लड़का राहुल बचाने के लिए आए। आग अधिक तेजी से फैली होने के कारण मोनिका और रिंकू को नहीं बचाया जा सका। दोनों की आग में जलने से मौत हो गई। राहुल ने पुलिस को बताया कि जब वह बच्चों का शोर सुनकर बचाने आए तब छोटूराम घर में नहीं था। उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ आ रहा है।